धनबाद:बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी और बेटा आनंद मोहन को रिहा कराने के लिए जनसमर्थन जुटा रहे हैं. इसको लेकर 29 जनवरी को वे पटना के गांधी मैदान में सिंह गर्जना रैली करेंगे. इस कड़ी में दोनों बिहार, झारखंड के कई जिलों में भी यात्रा निकाल कर लोगों को रैली में आने का न्योता दे रहे हैं और जनसमर्थन जुटा रहे हैं. इसके लिए धनबाद में आनंद मोहन के पत्नी लवली आनंद और उनके बेटे विधायक चेतन आनंद ने फ्रेंड्स ऑफ आनंद मोहन के बैनर तले कार्यक्रम कर लोगों का समर्थन मांगा और चेतावनी दी कि बिहार सरकार अब आनंद मोहन की रिहाई में बाधा बनी तो सरकार गिरा देंगे और पिता की रिहाई तक संघर्ष करेंगे. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं.
विधायक चेतन आनंद ने धनबाद में नीतीश को ललकारा, कहा- पिता की रिहाई में बाधा बने तो गिरा दूंगा बिहार सरकार - etv jharkhand
बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी और बेटा आनंद मोहन को रिहा कराने के लिए जनसमर्थन जुटा रहे हैं. इसको लेकर 29 जनवरी को वे पटना के गांधी मैदान में सिंह गर्जना रैली करेंगे. इसके लिए दोनों ने धनबाद में लोगों को जनसभा में शामिल होने का न्योता दिया.
इसको लेकर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सांसद की पत्नी लवली आनंद और उनके बेटे विधायक चेतन आनंद को समर्थकों ने चांदी का मुकुट और तलवार भेंट किया. बाद में मीडिया से बात करते हुए विधायक चेतन आनंद ने नीतीश कुमार नीत बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार इन दिनों माफिया पैदा कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार शराब बंदी के नाम पर शराब माफिया और बालू बंदी के नाम पर बालू माफिया पैदा कर रही है. यह सरकार हर मामले में विफल साबित हो रही है. हालांकि इस कार्यक्रम में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं दिखी और जमकर गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई गईं.
नीतीश व्यक्तिगत कारण से नहीं होने दे रहे रिहाईः चेतन आनंद
विधायक चेतन आनंद ने कहा कि सरकार अपने व्यक्तिगत एजेंडा के कारण आनंद मोहन की रिहाई नहीं होने दे रही है और साजिश के तहत उन्हें जेल भेज दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक की आनंद मोहन की रिहाई नहीं हो जाती. सरकार अगर इसमें बाधा बनती है तो सरकार भी गिराने का काम करेंगे. वहीं पूर्व सांसद आनंद मोहन के पत्नी लवली आनंद ने भी अपील की है कि सिंह गर्जना रैली में अधिक से अधिक लोग पहुंच कर सरकार को चेतावनी देना है कि पूर्व सांसद आनंद मोहन को रिहा किया जाए.