धनबादःएडीएम लॉ एंड ऑर्डर के निर्देश पर पुटकी सीओ बीसीसीएल अधिकारी के साथ जिले के केंदुआडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत गनसाडीह 4 नंबर क्षेत्र की जमीन से अवैध कब्जा हटवाने के लिए बुधवार को पहुंची थीं, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका. सीओ गनसाडीह 4 नंबर क्षेत्र में अवैध 43 घरों को तोड़ने के लिए पहुंची थी, लेकिन लोगों के विरोध के कारण कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी. इस दौरान मात्र दो घरों को ही ध्वस्त किया सका. लोगों के विरोध को देखते हुए बीसीसीएल अधिकारियों और सीओ को बैरंग लौटना पड़ा.
धनबाद के गनसाडीह में अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा, लोगों ने की पहले सुरक्षित विस्थापन की मांग - झारखंड न्यूज
जिले के केंदुआडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत गनसाडीह 4 नंबर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन और बीसीसीएल अधिकारी को लोगों के विरोध का सामना करना (Encroachers Opposed Removal Of Encroachment) पड़ा. इस दौरान गनसाडीह में रह रहे लोगों ने पहले सुरक्षित विस्थापन की मांग की.
![धनबाद के गनसाडीह में अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा, लोगों ने की पहले सुरक्षित विस्थापन की मांग Encroachers Opposed Removal Of Encroachment](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-17455929-703-17455929-1673431263065.jpg)
लोग पहले सुरक्षित विस्थापन की मांग पर अड़ गए: बताते चलें कि जिले के केंदुआडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत गनसाडीह 4 नंबर अग्नि प्रभावित क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराने बीसीसीएल अधिकारी के साथ पुटकी सीओ सुभ्रा रानी पहुंची थीं. इस दौरान स्थानीय लोगों ने बीसीसीएल और प्रशासन की कार्रवाई का विरोध जताते हुए अवैध कब्जा हटाने से इनकार कर दिया. इस दौरान स्थानीय लोग पहले सुरक्षित विस्थापन कराने की मांग कर रहे थे. लोगों ने कहा कि जब तक हमें सुरक्षित विस्थापित नहीं किया जाता है, तब तक हम घरों को खाली नहीं करेंगे.
प्रशासन ने एक सप्ताह की दी मोहलतः वहीं इस संबंध में पुटकी सीओ सुभ्रा रानी ने कहा कि एडीएम लॉ एंड ऑर्डर के निर्देश पर गनसाडीह में अतिक्रमण हटवाने के लिए पहुंची थीं. 43 घरों की लिस्ट बीसीसीएल प्रबंधन ने प्रशासन को दी थी. 43 घरों को अतिक्रमण मुक्त और ट्रेंच कटिंग कराना है. उन्होंने कहा की यहां पर रह रहे लोगों को पहले से ही नोटिस देकर और अनाउंसमेंट कर जगह को खाली करने की अपील की गई थी. जिन लोगों ने जमीन मांगी थी उन्हें भूली में जमीन दी गई है और जिन लोगों ने घर मांगा था उन्हें बेलगड़िया में घर दिया गया है. विरोध करने वालों को एक सप्ताह का समय दिया गया है. वे जमीन और बेलगड़िया स्थित क्वार्टर को देख लें. इसके बाद अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी.