धनबादः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं. इसी क्रम में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है. इस योजना के तहत करीब 90 अभ्यर्थियों को असिस्टेंट माइंस सर्वेयर इंस्टीट्यूटरी पोस्ट के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. ऐसे 90 अभ्यर्थी हैं, जिनकी ट्रेनिंग धनबाद आईआईटी आईएसएम में चल रही है.
इसे भी पढ़ें- Dhanbad IIT ISM के छात्रों का आविष्कार, बनाया इको फ्रेंडली केमिकल कोटिंग
सोमावर को धनबाद में आईआईटी आईएसएम में ड्रोन सर्वे की ट्रेनिंग इन 90 अभ्यर्थियों को दी गई. इसके तहत अभ्यर्थी खतरनाक माइनिंग क्षेत्र का सर्वे करने की जानकारी ली. अभ्यर्थियों ने विशेषकर माइनिंग क्षेत्र के वैसे स्थान जहां आग मौजूद है. उन इलाकों का तापमान, वैल्यूएशन व अन्य संबंधित जानकारी मैपिंग के जरिए रिपोर्ट तैयार करने के गुर भी सीखा. दिल्ली की विवाना कंपनी के अधिकारियों के द्वारा उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है.
ड्रोन की ट्रेनिंग लेते छात्र प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के को-ऑर्डिनेटर सह धनबाज आईआईटी आईएसएम के माइनिंग इंजीनिंयरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि माइनिंग क्षेत्र में कई ऐसे इलाके होते हैं, जहां आग काफी मात्रा में मौजूद रहते हैं. यह क्षेत्र काफी खतरनाक और संवेदनशील होता है. लेकिन ऐसे इलाकों में भी माइनिंग के कार्य किए जाते हैं. पहले इनके द्वारा माइनिंग के पूर्व और वर्तमान में मौजूद टेंपरेचर वैल्यूएशन रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इस रिपोर्ट के आधार पर ही माइनिंग की आगे की प्रक्रिया निर्धारित होगी. माइनिंग के लिए सुरक्षा के लिहाज से इनके द्वारा बनाए गए नक्शे काफी अहम माने जाएंगे.
को-ऑर्डिनेटर ने बताया कि 16 सप्ताह की ट्रेनिंग प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत दी जा रही है. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी प्लस टू के अभ्यर्थी हैं. 27 अप्रैल 2023 से इस ट्रेनिंग की शुरुआत की गई है. 30 जुलाई तक ट्रेनिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. 27 और 28 जुलाई को अभ्यर्थियों की प्रिपरेशन है. 29 और 30 को रिटेन, वइवा और प्रैक्टिकल की परीक्षा शामिल है. झारखंड समेत अन्य राज्यों के अभ्यर्थी भी ट्रेनिंग में शामिल है.