धनबाद: ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ हो इस मकसद से जिले के कई चौक चौराहे पर लगातार वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन वाहन जांच के नाम पर ट्रैफिक पुलिस अवैध वसूली में लगी हुई है. यह आरोप ऑटो मालिक लगा रहे हैं. अब ऑटो चालक इतने परेशान हो गए हैं कि वे आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं.
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धनबाद में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए पिछले कई महीनों से लगातार वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. जांच का असर भी हुआ है. ट्रैफिक डीएसपी दावा कर रहे हैं कि ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हुई है और लगातार लोग जागरूक हो रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जांच के नाम पर अवैध वसूली के भी आरोप लग रहे हैं. एक ऑटो मालिक ने वाहन जांच के नाम पर ट्रैफिक पुलिस के ऊपर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है.
ऑटो मालिक माणिक दत्ता ने कहा कि पिछले 2 दिनों से अपने ऑटो को छुड़वाने के लिए यातायात थाने के चक्कर काट रहे हैं. वे कहते हैं कि डीएसपी के पास जाओ तो वह इंस्पेक्टर के पास भेज देते हैं, सब इंस्पेक्टर भी ठीक से जवाब नहीं देते. परेशान चालक अब न्याय की गुहार लगा रहा है. ऑटो मालिक का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस ऑटो के सभी कागजात होने पर भी ऑटो को जब्त कर लेती है. जब वे चालान रसीद देने की बात करते हैं तो सीधा पांच हजार रुपए की डिमांड की जाती है. वे अब ट्रैफिक पुलिस के रवैये से तंग आ गए हैं. अब तो ऑटो छुड़ाने के बाद घर में ही खड़ी कर देंगे. ट्रफिक विभाग से वे इतने नाराज हैं कि कहते हैं भीख मांगकर परिवार का गुजारा कर लेंगे लेकिन ऑटो नहीं चलाएंगे. वे कितने दुखी हैं इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वे कहते हैं कि मन तो करता है कि फांसी लगा आत्महत्या कर लें.
वहीं, ट्रैफिक डीएसपी राजेश कुमार यादव से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है. उन्होंने ट्रैफिक इंस्पेक्टर से मामले में बात करने की नसीहत दी. ट्रैफिक इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि रॉन्ग साइड में वाहन चलाए जाने के कारण उक्त ऑटो को पकड़ा गया था. इस मामले में ऑटो का सीजर लिस्ट काटकर न्यायालय में भेज दिया गया है. न्यायालय से ही ऑटो को छुड़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस के द्वारा लोगों को परेशान कर उनसे वसूली करने की बात निराधार है.