धनबाद: भारतीय रेल के सभी डिवीजन से धनबाद रेल मंडल डिविजन ने 15 फीसदी अधिक उपलब्धि हासिल की है. देश के विकास में सबसे अधिक कोयला ट्रांसपोर्टिंग कराने वाला धनबाद रेल डिवीजन बन गया है. अगले छह महीने में और भी बेहतर करने की कोशिश में धनबाद रेल डिवीजन जुट गया है. धनबाद रेल मंडल के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है. धनबाद डीआरएम ने बताया कि 12 हजार करोड़ की कमाई धनबाद रेल मंडल ने की है, जो दूसरे रेल मंडल से 15 फीसदी अधिक है.
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टिकट चेकिंग से होने वाली आय में 10 फीसदी की बढ़ोतरीःटिकट चेकिंग और कोचिंग की कमाई में 10 फीसदी की वृद्धि हुई है. टिकट के साथ यात्रा करने में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों से जुर्माना वसूलने की कार्रवाई इसमें काफी मददगार साबित हुई है. इस कार्रवाई के कारण ही ज्यादातर यात्री टिकट लेकर सफर कर रहे हैं. इस साल सबसे अधिक माल ढुलाई और सबसे अधिक कमाई हुई है.
समय के पाबंद मामले में धनबाद अग्रणीःडीआरएम ने बताया कि ट्रेनों के समय निर्धारण में भी धनबाद रेल मंडल भारतीय रेल में सबसे अव्वल रहा. समय के पाबंद में भी धनबाद सबसे अव्वल रहा है. डीआरएम ने कहा कि मीडिया की वजह से लोगों में जागरुकता आयी है. इस कारण ट्रेनें अपने निर्धारित समय से ना सिर्फ खुल रही है, बल्कि अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच भी रही है.
दिवाली और छठ में स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णयः दीपावली और छठ पर बिहार एवं उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों के लिए यह खबर राहत देने वाली है. वर्तमान समय में चल रही ट्रेनों में अप्रत्याशित भीड़ और लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए धनबाद रेल मंडल ने छठ के अवसर पर बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और यूपी के गोरखपुर के लिए कुछ नई पूजा स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है. जिसकी घोषणा शीघ्र की जाएगी. धनबाद डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने बताया कि छठ के मौके पर लंबी वेटिंग लिस्ट को देखते हुए और सामान्य यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए बहुत जल्द छठ स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. प्राथमिकता के तौर पर मुजफ्फरपुर, गोरखपुर और सीतामढ़ी के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी है.
कोयला ढुलाई में धनबाद अव्वलःइसके अलावा उन्होंने बताया कि धनबाद रेल मंडल देश के विकाश में अग्रणी भूमिका निभाते हुए सबसे अधिक कोयला ढुलाई करने वाला डिवीजन बन गया है. टिकट चेकिंग में होने वाली आय में 10 प्रतिशत वृद्धि हुई है.100 मिलियन टन ढुलाई का रिकार्ड भी ECR ने हासिल किया है.
कई एलएचएस और आरओबी बनाने की चल रही प्रक्रियाःट्रैक पर दुर्घटना जागरुकता के कारण घटी है. लेवल क्रॉसिंग बंद कर लिमिटेड हाइट सब-वे (LHS) 15, रेल ओवर ब्रिज( ROB) 08 और 15 फुट ओवर ब्रिज FOB बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.