धनबाद: मंडल कारा में औचक छापेमारी की गई. छापेमारी में पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल थे. एसडीएम पीके तिवारी, लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी अरविंद बिन्हा, धनबाद डीएसपी अमर पांडेय, पुटकी के बीडीओ और सीओ की मौजूदगी में छापेमारी की गई. भारी संख्या में महिला और पुरुष जवान छापेमारी के लिए जेल के अंदर प्रवेश किए.
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करीब दो घंटे तक छापेमारी:करीब 2 घंटे तक जेल में छापेमारी की गई. बताया जा रहा है कि झरिया में सिंह मेंशन समर्थक धनंजय यादव की हत्या में अहम सुराग को लेकर छापेमारी की गई. वहीं एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी ने झरिया में हुई हत्या को लेकर छापेमारी किए जाने की बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि महज एक रूटीन है. लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी ने कहा कि रूटीन के तहत छापेमारी की गई है. कोई आपत्तिजनक सामान नहीं बरामद हुआ है. हालांकि झरिया में धनजंय यादव हत्याकांड को लेकर छापेमारी करने के सवाल को टाल दिया.
कब तक 4जी और 5G जैमर: जेल में हुई छापेमारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. झारखंड विधानसभा के चल रहे सत्र में 31 जुलाई को झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने सदन में जेलों की सुरक्षा को लेकर सवाल पूछा था. उनके द्वारा सदन में सवाल किया गया था कि जेलों में 2G जैमर लगा हुआ है. 2G जैमर की तकनीक 4G के लिए बेअसर है. पूछा था कि जेल में बंद कैदी 4G के माध्यम से वीडियो कॉल कैसे कर रहे हैं, जेल में बंद अपराधी मोबाइल फोन से आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने पूछा था कि राज्य के सभी जिलों में आखिर कब तक 4जी और 5G जैमर तकनीक लगाने का कार्य किया जाएगा?
कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायक के द्वारा सदन में मामला उठाए जाने के बाद धनबाद जेल में छापेमारी की गई है. धनबाद में लगातार बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों के कारण सरकार की किरकिरी हो रही है.