धनबाद: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्व विद्यालय में भारतीय ज्ञान प्रणाली और नई शिक्षा नीति को लेकर पैनल डिस्कसन का आयोजन किया गया. जिसमें आईआईटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर के अलावे 10 विश्वविद्यालयों के कुलपति, चार पूर्व कुलपति और एक प्रति कुलपति शामिल हुए. बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सुखदेव भुई की अगुवाई में किए गए इस पैनल डिस्कसन में सिदो-कान्हू विश्वविद्यालय दुमका की कुलपति मंजू झरिया मिंज के अलावे महात्मा गांधी विश्वविद्यालय और आईएसएम के डॉयरेक्टर के अलावे कई कालेजों के प्रिंसिपल भी शामिल हुए.
Dhanbad News: नई शिक्षा नीति को लेकर पैनल डिस्कसन, भारतीय ज्ञान प्रणाली पर दिया गया जोर - बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्व विद्यालय
बीबीएमकेयू में भारतीय ज्ञान प्रणाली और नई शिक्षा नीति को लेकर पैनल डिस्कसन हुआ. जिसमें आईआईटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर शामिल हुए.
मौके पर कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति ने सभी अतिथियों को बुके देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. बैठक के दौरान सभी ने राज्य की नई शिक्षा नीति पर चर्चा की. साथ ही सभी कोलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाई के दौरान भारतीय संस्कृति और सभ्यता का पाठ पढ़ाने पर चर्चा की गई. इस मामले में जानकारी देते हुए कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सुखदेव भुई ने बताया कि शिक्षकों के जिम्मे होता है बेहतर समाज निर्माण का दायित्व. हम जैसी शिक्षा बच्चों को देंगे वह वही सीखेगा. आज हमारा समाज वेस्टर्न कल्चर की ओर बढ़ रहा है और हम अपनी भारतीय संस्कृति को भूलते जा रहे हैं. इसे बचाना जरूरी है. इसलिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को पढ़ाई के दौरान बच्चों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराना होगा.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारतीय ज्ञान प्रणाली को एकीकृत कर भारतीय भाषाओं, कला और संस्कृति, स्वदेशी विज्ञान के प्रचार प्रसार पर विशेष जोर दिया गया है. पैनल डिस्कसन के दौरान तैयार प्रस्ताव को केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग को भेजा जाएगा. यह प्रस्ताव काफी अहम है. प्रस्ताव नई शिक्षा नीति बनाने में कारगर साबित होगी.