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जल शक्ति अभियान में धनबाद देश भर में नंबर वन, केंद्रीय मंत्रालय ने जारी की लिस्ट

धनबाद प्रशासन ने अपनी मेहनत से देश भर में अपने नाम का डंका बजा दिया है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने जल शक्ति अभियान में पूरे देश की जो रैंकिंग जारी की है, इसमें धनबाद पहले स्थान पर आया है.

धनबाद जल संचय में नंबर वन

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Published : Sep 10, 2019, 11:36 AM IST

Updated : Sep 10, 2019, 11:54 AM IST

रांची:केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने जल शक्ति अभियान में पूरे देश के शहरों की रैंकिंग को लेकर लिस्ट जारी की है. इस सूची में धनबाद पूरे देश में पहले स्थान पर आया है. सूची में धनबाद 91.38 अंक के साथ पहले पायदान पर है. इससे पहले जारी रिपोर्ट में धनबाद को तीसरा स्थान मिला था.

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केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने जो सूची जारी की है उसमें जल संचय के लिये जागरूकता बढ़ाने में धनबाद के बाद दूसरा स्थान पर तेलंगना के महबूबनगर का है, तीसरे स्थान पर यूपी का कासगंज, चौथे स्थान पर तमिलनाडू का तिरुनेलवेली, 5वें स्थान पर गुजरात का बनस कांथा और छठे स्थान पर बिहार का गया है.


कैसे आया धनबाद पहले स्थान पर
जल संचय में पहले स्थान पर धनबाद यूं ही नहीं आ गया है. इसके लिए प्रशाासन और आम लोगों की कड़ी मेहनत का हाथ है. बता दें कि इसके लिए प्रशासन की ओर से धनबाद नगर निगम क्षेत्र में काफी संख्या में पौधे लगवाए गए हैं. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में तालाबों का निर्माण किया गया है.

सौ. ट्विटर


मुख्यमंत्री ने दी बधाई
जल संचय को लेकर धनबाद की इस प्रतिबद्धता को देखते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धनबाद जिले की टीम को बधाई देते हुए कहा कि झारखंड लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है और हमारा एक ही प्रण है कि आगे भी इसी तरह काम करते रहेंगे. बता दें कि पिछले दिनों भी जल संचय में प्रधानमंत्री ने मन की बात के दौरान रांची के आरा-कैरम गांव का नाम जल संचय के लिए लिया था.

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मन की बात कार्यक्रम में जल संचय के लिए आरा-कैरम गांव की हो चुकी है सराहना
28 जुलाई को 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण के लिए झारखंड के रांची स्थित ओरमांझी प्रखंड के आरा- केरम गांव का उदाहरण पूरे देश के सामने रखते हुए गांववालों को बधाई दी थी. यहां के 170 ग्रामीणों ने खुद से श्रमदान कर पहाड़ से गिरने वाले झरने के पानी पर मेढ़ और चेक डैम बनाकर गांव की जमीन को उपजाऊ बनाने का काम किया है. इससे गांव के पानीदार बनने के कारण गांव में सिंचाई और खेती का काम बेहतर तरीके से हो रहा है और लोगों को सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं रह गई है.

Last Updated : Sep 10, 2019, 11:54 AM IST

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