धनबाद:बीएड में फेल हुए छात्रों ने बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) में सोमवार (3 अप्रैल) को जमकर हंगामा किया. विद्यार्थियों का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर फेल किया गया है. इसी को लेकर स्टूडेंट्स कुलपति (VC) डॉ सुकदेव भोई से मिलना चाहते थे. उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया. इससे गुस्साए छात्रों ने वीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कुलपति के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे.
Dhanbad BBMKU: बीएड में फेल छात्रों ने किया जमकर हंगामा! बीबीएमकेयू मेन गेट पर ताला जड़कर की कुलपति के इस्तीफे की मांग
बीएड में फेल छात्रों ने सोमवार (3 अप्रैल) को BBMKU में जमकर हंगामा किया. उनका आरोप है कि उन्हें जानबूझकर फेल किया गया है. गुस्साए विद्यार्थी कुलपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
बीबीएमकेयू मेन गेट पर जड़ा ताला:बिनोद बिहारी कोयलांचल विश्व विद्यालय के अंतर्गत आने वाले बीएड कॉलेजों के सेकेण्ड सेमेस्टर में 75% स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं. इसी के विरोध में सोमवार (3 अप्रैल) को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन किया. कुलपति से नहीं मिलने देने के बाद स्टूडेंट्स ने बीबीएमकेयू गेट पर ताला जड़ दिया. इसे लेकर पॉलिटेक्निक रोड पर घंटों जाम रहा. आंदोलन कर रहे स्टूडेंट्स कुलपति से मुलाकात करने की जिद पर अड़े रहे. छात्र आक्रोशित थे. वहीं स्टूडेंट्स की मानें तो दो लाख रुपये फीस जमा कर छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं. जिसमें सैकड़ों छात्र अपनी पढ़ाई पूरा करने को लेकर ट्यूसन पढ़ाते हैं. कुलपति से नहीं मिलने दिया गया, इसे लेकर छात्रों में नाराजगी है.
कुलपति ने गलत शब्दों का किया प्रयोग:वहीं छात्र संगठन एनएसयूआई के महासचिव का कहना है कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को फेल कर दिया गया है. किसी को आठ अंक तो किसी को 2 अंक दिया गया है. उन्होंने कहा कि कल कुछ छात्राएं कुलपति से मिलने गईं थी. उस वक्त कुलपति ने गलत शब्दों का इस्तेमाल उनके साथ किया. कहा कि कुलपति के योगदान दिए छह महीने हुए हैं. कुलपति से यह यूनिवर्सिटी नहीं चल रही है. कहा कि जब उनसे यूनिवर्सिटी नहीं चल रही है, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. यदि कुलपति इस्तीफा नहीं देते तो राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा की मांग करेंगे.
कुलपति सुकदेव भोई ने क्या कहा:वहीं मामले को लेकर यूनिवर्सिटी के कुलपति सुकदेव भोई ने कहा कि जिन कॉलेजो में टीचर हैं, उन कॉलेजों के छात्रों का रिजल्ट बेहतर हुआ है. उन्होंने सरकारी कॉलेजों के नाम भी गिनाए. जिसमें बोकरो व झरिया आदि के कॉलेज शामिल हैं. कहा कि यहां टीचर है. इसलिए यहां का रिजल्ट बेहतर हुआ है. कुलपति ने कहा कि कई छात्र कॉलेज में एडमिशन कराते हैं. उसके बाद क्लास नहीं आते. सीधे परीक्षा में बैठते हैं. ऐसे में फेल तो होंगे ही. उन्होंने कहा कि फेल छात्रों की कॉपी फिर से मूल्यांकन कराई जा सकती है, लेकिन पास कैसे कर सकते हैं?