धनबाद: पूरे विश्व के साथ-साथ भारत में भी कोरोना का कोहराम मचा हुआ है. झारखंड भी अब अछूता नहीं रहा है. रांची में एक मरीज मिलने की पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में अब लोगों के मन में डर समा गया है. वहीं जरेडा के तहत बसाया गया शहर बेलगड़िया के लोगों के पास खाने-पीने की भी समस्या उत्पन्न हो गई है.
आपको बता दें कि झरिया पुनर्वास विकास प्राधिकार के तहत अग्नि प्रभावित झरिया क्षेत्र के लोगों को बेलगड़िया टाउनशिप में बसाया गया था. अर्थात एक नया झरिया का निर्माण बेलगड़िया के रूप में हुआ था.
लोग शुरू से ही यहां आने के बाद से ही रोजगार के साधन को लेकर इस टाउनशिप पर उंगली उठाते रहे हैं. इस लॉकडाउन की स्थिति में जब ईटीवी भारत की टीम ने बेलगाड़िया टाउनशिप जाकर वहां के लोगों का हाल जाना तो वहां पर समस्याओं का अंबार मिला.
लोगों के पास खाने-पीने की भी समस्या उत्पन्न हो गई है, लोगों का कहना है कि लगभग 10 साल से यहां पर रहने के बावजूद आज तक राशन कार्ड नहीं बन पाया है. बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनका राशन कार्ड नहीं बना है. हालांकि कुछ राशन कार्डधारी भी मौजूद हैं, लेकिन उन्हें सरकार द्वारा घोषणा का चावल अब तक नहीं मिल पाया है.
अधिकांश लोगों ने यह कहा कि यहां रहने के बावजूद भी रोजगार के लिए उन्हें झरिया ही जाना पड़ता था, लेकिन इस लॉकडाउन की स्थिति में अब झरिया जाना संभव नहीं हो पा रहा है.