धनबाद:कर्मचारियों को लेकर बीसीसीएल का रवैया एक बार फिर सवालों के घेरे में है. एक बीसीसीएलकर्मी की ड्यूटी के दौरान मौत के बाद उसका बेटा बीसीसीएल प्रबंधन से अनुकंपा नियुक्ति मांगता रहा, उसकी मौत हो गई पर उसे प्रबंधन से नौकरी नहीं मिल सकी. बीसीसीएलकर्मी की बहू को ससुर की जगह अनुकंपा नौकरी हासिल करने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाना पड़ रहा है. इससे तंग आकर बहू एटक के बैनर तले बीसीसीएल ब्लॉक टू का कार्य बाधित कर धरने पर बैठ गई है. उसने बीसीसीएल प्रबंधन को नौकरी नहीं देने पर आत्मदाह करने की भी धमकी दी है.
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दरअसल, बीसीसीएल के पानी प्लांट में काम करने वाले धुर्वा साहू की मौत साल 2006 में ड्यूटी के दौरान हो गई थी. पिता की मौत के बाद बीसीसीएलकर्मी के बेटे मनीराम साहू ने कंपनी से नियोजन की मांग की. इसको लेकर उसने प्रबंधन और अधिकारियों के चक्कर लगाए. लेकिन प्रबंधन नियोजन देने में टालमटोल करता रहा. अंततः मनीराम की मौत साल 2012 में हो गई. मनीराम की मौत के बाद उसकी पत्नी सुमित्रा साहू नियोजन की मांग को लेकर अधीकारियों के चक्कर लगा रही है. लेकिन प्रबंधन आजकल की बात कहकर टालमटोल कर रहा है. इसको लेकर बीते दिनों सुमित्रा ने भूखहड़ताल भी की थी. लेकिन अधिकारियों ने सुध नहीं ली.