धनबाद: जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. दूसरी ओर बीसीसीएल केंद्रीय चिकित्सालय धनबाद में कोविड-19 में कार्य करने वाले स्टाफ ने मैनेजमेंट और कुव्यवस्था से परेशान होकर कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर दिया है. अस्पताल में तैनात तीनों शिप्ट के कर्मियों ने काम पर जाने से इनकार कर दिया है. धनबाद के कोविड अस्पताल के गेट के बहार नर्स और वार्ड बॉय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की.
धनबाद: बीसीसीएल केंद्रीय अस्पताल के कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार, अस्पताल की व्यवस्था से नाराज - धनबाद में बीसीसीएल केंद्रीय चिकित्सालय में हड़ताल
धनबाद के बीसीसीएल केंद्रीय चिकित्सालय में काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने इसे लेकर अस्पताल के गेट के पास जमकर हंगामा किया. अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण तीनों शिप्ट के कर्मियों ने 10 अगस्त से कार्य का बहिष्कार कर दिया है.
सेंट्रल कोविड अस्पताल के कर्मी ने कहा लंबे समय से मैनेजमेंट के पास लगातार 16 सप्ताह से डिमांड रखने के बाद भी नर्सिंग स्टाफ के लिए उपयुक्त व्यवस्था नहीं की गई है, यहां पर न गर्म पानी की व्यवस्था की गई है न टॉयलेट है और न ही बाथरूम की सफाई हो रही है, हॉस्पिटल में सिक्योरिटी की व्यवस्था भी नहीं है. उन्होंने कहा कि वेतन संबंधी भी बहुत सारी गड़बड़ियां हैं, क्वॉरेंटाइन किए गए स्टाफ को उसका पूरा 14 दिन का भुगतान नहीं हो रहा है, जबकि राज्य सरकार और केंद्र सरकार कोरोना वॉरियर्स को प्रोत्साहन राशि दे रही है, मैनेजमेंट को बार-बार आग्रह करने पर भी इसकी सुनवाई नहीं की जा रही है, जिसके कारण नर्सिंग स्टाफ ने 10 अगस्त से कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर दिया है. इस मामले में जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने उपायुक्त उमा शंकर सिंह से सवाल किया तो उन्होने साफ कहा की इस संबंध में बीसीसीएल से पूछिए की नर्स और पारा मेडिकल स्टाप क्यों हड़ताल पर हैं.
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अस्पताल में अव्यवस्था का आलम कोई नया नहीं है. पहले भी यहां कोरोना संक्रमित भर्ती मरीज यहां की कुव्यवस्था को लेकर हंगामा कर चुके हैं. मामले की शिकायत मुख्यमंत्री को ट्वीट कर भी किया जाता रहा है. अब तो यहां कार्यरत नर्सिंग और पारा मेडिकल स्टाफ भी व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे हैं.