धनबाद कोविड-19 अस्पताल में चिकित्सकों की कमी, DC ने 20 निजी डॉक्टरों को योगदान देने का दिया आदेश - private doctors will contribute in Dhanbad covid-19 Hospital
धनबाद के कोविड-19 अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसे लेकर अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई गई है, साथ ही जरूरतों का ख्याल रखते हुए धनबाद डीसी ने 20 निजी डॉक्टरों को 24 घंटे के अंदर सिविल सर्जन कार्यालय में अपना योगदान सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
धनबाद: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसे लेकर कोविड-19 अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई गई है, लेकिन संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा को देखते हुए अस्पताल में डॉक्टरों की भी जरूरत है.
धनबाद के कोविड-19 अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसे लेकर अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई गई है. इसके साथ ही जरूरतों का ख्याल रखते हुए धनबाद डीसी उमा शंकर सिंह ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए 20 निजी डॉक्टरों को 24 घंटे के अंदर सिविल सर्जन कार्यालय में अपना योगदान सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. सभी डॉक्टर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन धनबाद से रजिस्टर्ड हैं.
डॉक्टर और अस्पतालों के नाम के लिस्ट इस प्रकार हैं.
अस्पताल के नाम
चिकित्सक के नाम
अशर्फी हॉस्पिटल
डॉक्टर रविश रंजन
डॉक्टर उदय शंकर
एशियन द्वारकादास जालान
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
डॉक्टर इंद्र प्रसाद रजक
डॉक्टर आशीष कुमार
प्रगति नर्सिंग होम
डॉक्टर सौरव आर्य
डॉ मनजीत सिंह
संगीता हेल्थ केयर
प्राइवेट लिमिटेड
डॉक्टर गौरव प्रकाश
डॉक्टर आनंद रंजन
हिल मैक्स हॉस्पिटल
डॉक्टर अभिजीत कविराज
पाटलिपुत्र नर्सिंग होम
डॉक्टर निखिल ड्रोलिया
सर्वमंगला नर्सिंग होम
डॉक्टर श्रीनिवास सिंह
नामधारी हॉस्पिटल
डॉक्टर राकेश इंदर सिंह
मातृ सदन झरिया
डॉक्टर जितेंद्र कुमार
डॉ रवि आनंद
सावित्री सर्जिकल केयर
डॉक्टर बीके बर्नवाल
यश्लोक हॉस्पिटल
डॉक्टर अभिनव अनिल
शक्ति नर्सिंग होम
डॉक्टर एस साहा
सनराइज हॉस्पिटल के
डॉक्टर अनूप शर्मा
आरसी हजरा मेमोरियल हॉस्पिटल
डॉक्टर समीर हाजरा
अरविंद क्लीनिक
डॉक्टर अरविंद सिंह
इन सभी निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को सिविल सर्जन कार्यालय में योगदान देने का निर्देश डीसी उमा शंकर ने दिया है.
इस संबंध में डीसी ने कहा कि संसाधनों के समुचित प्रबंधन और कोरोना से संक्रमित मरीजों की इलाज में डॉक्टरों की कमी सामने आई है. इसलिए उपरोक्त डॉक्टरों की सेवा इस कार्य में ली जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर जिला प्रशासन और सिविल सर्जन के निर्देशों का अनुपालन करेंगे. कार्य में लापरवाही, उदासीनता या निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जाएगी.