देवघरः वैश्विक महामारी के दौरान देश में लॉकडाउन लगाया गया और इस महामारी के खौफ के माहौल में कुछ सकारात्मक साइड इफेक्ट भी दिख रहे हैं. खासकर पर्यावरण पर इसका खासा असर देखा जा रहा है. पर्यावरण स्वच्छ होने पर देवघर के आसपास के क्षेत्रों में कई विलुप्त दुर्लभ प्रजाति के पक्षी देखे जा रहे हैं, जिसे लोग एक अच्छा संकेत मान रहे है.
देवघर प्राकृतिक छटाओं से घिरा क्षेत्र है जो पहाड़ों और जंगलों से घिरा है. यहां कई वनस्पतियां पाई जाती हैं और देवघर की आबोहवा से सैकड़ों मील दूर से प्रवासी पक्षी देवघर पहुंचते हैं. वर्तमान में कोरोना बंदी के कारण पर्यावरण में आई स्वच्छता के कारण कई दुर्लभ और विलुप्त हो चुकीं पक्षी की प्रजातियां इन दिनों देखी जा रही हैं.
पक्षियों के जानकारों की मानें तो दुनिया में पक्षियों को 27 वर्गों में बांट दिया गया है, जिसमें 20 वर्गों के पक्षी भारत में पाए जाते हैं, लेकिन प्रदूषण और जलवायु में आये बदलाव के कारण इनमें से अधिकांश प्रजाति के पक्षी विलुप्त होने की कगार पर थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान पर्यावरण में हुए बदलाव के कारण इन्हें फिर से जीवित कर दिया है.