देवघर: राज्यभर में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 में अव्वल आकर जिले के एक सरकारी स्कूल ने नाम रोशन किया था, लेकिन स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने पर मिलने वाली पुरस्कार राशि अब तक नहीं मिली. तत्कालीन मुख्यमंत्री के हाथों मिला डमी चेक सिर्फ शोभा की वस्तू बनकर रह गई है.
झारखंड में साल 2018 में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में देवघर के गोपालपुर प्राथमिक विद्यालय को साफ-सफाई में पहला स्थान मिला था. इसको लेकर उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री के हाथों स्कूल को पुरस्कार मिले थे, लेकिन पुरस्कार राशि के रूप में मिला डमी चेक अब तक कैश नहीं हो पाया है, पुरस्कार में मिला डमी चेक अब सिर्फ क्लासरुम की शोभा बढ़ा रहा है. गोपालपुर प्राथमिक विद्यालय को साफ-सफाई को लेकर इनाम मिला तो ग्रामीणों में कई उम्मीदें जगी, मगर अब तक कुछ नहीं हुआ है. स्कूल के अध्यक्ष की माने तो समय पर पुरस्कार राशि मिली होती तो स्कूल में बच्चों के खेलने के साथ-साथ कई काम कराए जाते, लेकिन आज तक इस ओर किसी ने कोई पहल नहीं की.