देवघर: लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी को लेकर छठ व्रती हो या छठ पूजा समिति के सदस्य सभी ने पूरी कर ली है. नदी, तालाबों में साफ सफाई कर घाट का निर्माण हो गया है. गुरुवार को खरना और शुक्रवार को पहला अर्ध्य है. सरकार ने कोविड 19 को देखते हुए नए गाइडलाइन जारी कर सभी नदी तालाबों में छठ को लेकर पाबंदी लगा दी है. ऐसे में अगर छठ व्रती नदी तालाबों के घाटों पर पहुंचते हैं तो जिला प्रशाशन के ओर से उन्हें रोका जाएगा.
देवघरः छठ पूजा की गाइडलाइन को लेकर लोगों में आक्रोश, पूजा समिति में मायूसी
छठ पूजा की तैयारी जोरों पर चल रही है. देवघर में भी छठ व्रती और पूजा समिति के सदस्य नदी, तालाबों में घाट बना चुके हैं, जबकि झारखंड सरकार ने लोगों को नदी और तालाबों के घाटों पर जाकर अर्ध्य देने पर पाबंदी लगा दी है. सरकार के इस निर्णय का हर तरफ विरोध हो रहा है.
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छठ पूजा समिति के सदस्य बताते हैं कि अगर गाइडलाइन जारी करनी थी तो चार दिन पहले करना चाहिए था. मूर्ति से लेकर सभी साजो सामान की बुकिंग की जा चुकी है और अब गाइडलाइन जारी की गई है, जिससे कोई सहमत नहीं है. वहीं सरकार पर सवाल उठाते हुए पूजा समिति के सदस्यों ने कहा कि बिहार में चुनाव कराया गया, झारखंड में दो सीटों पर उपचुनाव कराया गया, उस समय सरकार ने गाइडलाइन का पालन क्यों नहीं किया, छठ जैसे पर्व में गाइडलाइन जारी किया जाता है, जो सरकार का गलत निर्णय है.