देवघरः हेमंत सरकार के पर्यटन मंत्री हफीजुल अंसारी से मीडियाकर्मियों के द्वारा जहांगीरपुरी मामले में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर जवाब दिया है. हालांकि मंत्री ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया है.
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देवघर में मंत्री हफीजुल अंसारी ने अपने बयान पर मीडिया के सवाल पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मीडिया में उनका बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि उनके पूरे बयान बिना सुने ही आधा-अधूरा बयान पेश किया गया. उन्होंने मीडियाकर्मियों पर चुटीले अंदाज में तंज कसते हुए कहा कि आप लोग जो हैं ना किसी में नीमक ज्यादा दे देते हैं किसी में मिर्चा ज्यादा दे देते हैं. उन्होंने कहा कि आज किसी के आधे-अधूरे बयान को पेश किया जाता है, वो गलत है.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस तरह के विवाद से किसी का भला नहीं होने वाला है. क्योंकि इससे किसी एक समुदाय को नहीं बल्कि हर वर्ग और तबके को ऐसे विवाद का नुकसान उठाना पड़ता है, जो देश के लिए अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि उनके बयान में विवाद जैसी कोई बात नहीं थी. यहां बता दें कि उनके बयान को लेकर जमशेदपुर में एक अधिवक्ता सह बीजेपी नेता ने थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है.
क्या था मंत्री का बयानः झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने गढ़वा में एक इफ्तार पार्टी में जहांगीरपुरी हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर हिन्दू मुस्लिम ने मिलकर तिरंगा यात्रा निकाली है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से एक धर्म विशेष के साथ केंद्र सरकार द्वारा जो किया जा रहा है, सबको पता है, उससे सबको नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि अगर हम 20 प्रतिशत हैं तो आप भी 80-70 प्रतिशत हैं. अगर ज्यादा डिस्टर्ब होगा और हमरा 20 प्रतिशत घर बंद होगा तो आपका भी 70 प्रतिशत घर बंद होगा. उन्होंने कहा कि ये चीजें सभी को समझ में आ गई है और सभी मिलजुलकर रहेंगे. यहां बहुत सारे लोग आए, अंग्रेज आए, मुगल आए और लोगों को बांटने की कोशिश की लेकिन कुछ हुआ नहीं. कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी.