देवघर:विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में आने वाले शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है. देवघर बाबा धाम में लगातार भक्तों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. ऐसे में बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना करने से पहले श्रद्धालु शिवगंगा सरोवर में स्नान कर अपने-आप को शुद्ध करते हैं. बाबा के जलार्पण से पूर्व शिवगंगा में स्नान करने का अपना हीं एक महत्व है. ऐसे में शिवगंगा की सफाई एवं जल का शुद्ध होना अतिआवश्यक है.
ये भी पढ़ें:Shravani Mela 2023: भगवान शिव को क्यों पसंद है सावन का महीना, जानिए इसका क्या है खास महत्व
देवघर डीसी ने की अपील:इसके अलावा शिवगंगा सरोवर की स्वच्छता व सुंदरता को बनाये रखने के उदेश्य से देवघर डीसी मंजुनाथ भंजत्री ने सभी से अपील की है. डीसी ने कहा कि शिवगंगा सरोवर के अंदर कूड़ा, कचड़ा प्लास्टिक के डालने वालों को जागरूक करते हुए उन्हें ऐसा न करने के लिए प्रेरित करें. जिससे शिवगंगा सरोवर की महत्ता और स्वच्छता बनी रहे.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शिवगंगा में स्वच्छ जल उपलब्ध कराना जिला प्रशासन का दायित्व है. अपने दायित्व का निवर्हन करते हुए जिला प्रशासन ने शिवगंगा के साथ इसके चारों ओर साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. उन्होंने कहा कि ऐसे में शिवगंगा सरोवर की सफाई को बनायें रखने की जिम्मेदारी बनती है. कहा कि इस सरोवर को सुंदर व स्वच्छ बनायें रखने की सबसे अपील की.
शिवगंगा में स्नान अलग महत्व: बता दें कि बिहार के सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर देवघर पहुंचने वाले कांवरियों के लिए शिवगंगा में स्नान करने का एक अलग महत्व है. शिवगंगा में स्नान के पश्चात ही कांवरिया बाबा बैद्यनाथ पर जल अर्पण करते हैं. ऐसा माना जाता है कि शिवगंगा में स्नान करने से पैदल यात्रा के दौरान किए गए नित्य कार्यों का शुद्धीकरण होता है.