देवघरः मंगलवार को देवघर के निजी अस्पताल में कोरोना वायरस से ग्रसित मरीज की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी. बुधवार को विधानसभा सत्र के दौरान कोरोना वायरस की मरीज की बात देवघर विधायक नारायण दास ने उठाया, जो एक अफवाह साबित हुआ है.
देवघर में कोरोना संदिग्ध का मामला सदन में उठा, सिविल सर्जन ने कहा- अन्य कारणों से हुई मौत - देवघर सिविल सर्जन ने कहा कोरोना नहीं अन्य कारणों से हुई मौत
देवघर में कोरोना वायरस के संदिग्ध मामले को विधानसभा सत्र के दौरान विधायक नारायण दास ने उठाया. वहीं सिविल सर्जन विजय कुमार ने इसे अफवाह बताया और कहा कि उसकी मौत कई और बीमारियों से ग्रसित होने के कारण हुई.
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बहरहाल, देवघर के एक निजी क्लिनिक के डॉक्टर निशांत चौरसिया के क्लिनिक में मिली संदिग्ध कोरोना वायरस के मरीज को लेकर सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार ने कहा कि रोहिणी निवासी जिसमें कोरोना का संदिग्ध लक्षण पाया गया था, वो अफवाह है. जिसके लिए जब मरीज के घर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो परिजनों से जानकारी मिली कि किडनी, हाइपरटेंशन, जैसे कई बीमारी थी और होली के समय सड़क दुर्घटना में सीने में चोट लग गयी थी. इस कारण उसे निमोनिया हो गया था. इस वजह से मरीज का सांस फूल रहा था जिसके इलाज के क्रम में बंगाल के दुर्गापुर में उसकी मौत हो गई. कुल मिलाकर देवघर में मिली संदिग्ध कोरोना वायरस की मरीज महज अफवाह था, जिसकी चर्चा बुधवार को सदन में भी उठी.