देवघरः इस श्रावणी मेला के दौरान कुल 54 लाख 02 हजार 786 श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ का जर्लापण किया. जिसमें बाबा मंदिर को कुल 6 करोड़ 44 लाख 30 हजार 370 रुपये की आय प्राप्त हुई है. गुरुवार रात को देवघर परिसदन में उपायुक्त विशाल सागर की अध्यक्षता में श्रावणी मेला से संबंधित साप्ताहिक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया.
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इस दौरान मौके पर सभी को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने श्रावणी मेला के सफल संचालन को लेकर सभी मीडिया संस्थानों का सहयोग के लिए आभार प्रकट किया. उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि राजकीय श्रावणी मेला को लेकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में कुल 635 मजिस्ट्रेट व पदाधिकारियों के अलावा 9 हजार 729 पुलिस बल की संख्या में प्रतिनियुक्त की गयी. साथ ही 04 सीआरपीएफ की कंपनी जिनमें एक महिला बटालियन के अलावा 50 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त थे. मेला में कार्यरत 21 अस्थायी थाना की संख्या, ट्रैफिक ओपी 11, पुलिस आवासन के लिए 73 स्थानों पर आवासन की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी. साथ ही मेला में कार्यरत कुल चिकित्सकों की संख्या 80 एवं पारा मेडिकल स्टाफ की संख्या 247 व नर्सों की संख्या 120 रही. वहीं सामान्य एंबुलेंस 35, बाइक एंबुलेंस 03 व ई-रिक्सा एंबुलेंस की संख्या 02 है.
इस प्रेस वार्ता के दौरान देवघर डीसी विशाल सागर द्वारा जानकारी देते हुए कहा गया कि श्रावणी मेला में अबतक कुल 54 लाख 02 हजार 786 कांवरिये जलार्पण के लिए बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचे. साथ ही शीघ्र दर्शनम् कूपन के माध्यम से 1 लाख 36 हजार 249 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किये हैं. बाबा मंदिर के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बाबा मंदिर की कुल आय 6 करोड़ 44 लाख 30 हजार 370 रुपये रही, जिसमें मंदिर के अन्य स्त्रोतों से आय भी शामिल है.
इसके अलावा मंदिर दान पेटी से 05 ग्राम सोने का सिक्का 11, चांदी का सिक्का 02 ग्राम का 24, चांदी 10 ग्राम का सिक्का 1053 अदद बिक्री की गई. वहीं संपूर्ण मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए 747 सीसीटीवी कैमरा व 04 ड्रॉन कैमरा कार्यरत रहे. इसके अलावा श्रद्धालुओं के आवासन के लिए 02 टेंट सिटी बनाये गये, जिनमें कोठिया टेंट सिटी 1500 बेड की क्षमता व बाघमारा टेंट सिटी में 350 बेड की क्षमता के अलावा आध्यात्मिक भवन में 10 हजार श्रद्धालुओं के आवासन की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी. साथ ही महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में कुल 18 स्वास्थ्य केन्द्र में स्तनपान केन्द्र बनाये गये एवं 23 केन्द्रों में सैनेट्री पेड की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी.