देवघर: शुद्धता का महापर्व छठ की धुन ठीक दुर्गा पूजा के बाद से ही सुनाई पड़ने लगती है. लोग दुर्गा पूजा के बाद से ही छठ की आराधना में जुट जाते है. वहीं छठ घाट के लिए दुर्गा पूजा के ठीक दूसरे दिन से ही सभी तालाब हो या नदी घाट बनाकर अपने नाम का बोर्ड लगाने लगते हैं.
कोरोना महामारी से बचाव का पालन
ऐसे में इस बार लोगों को काफी एहतियात के साथ छठ पर्व मनाना पड़ेगा. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार के नियमों का पालन करना होगा. एक और पूजा समितियों की तरफ से सरकार के निर्देश का इंतजार है.
पूजा समितियों की अपील
वहीं, सभी घाटों की साफ सफाई में जुट गए हैं. पूजा समितियों की तरफ से इस बार लोगों से अपील भी की जा रही है कि सीमित संख्या में ही लोग छठ घाट पहुंचे. जिसके लिए मास्क, सेनेटाइजर के साथ थर्मल स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था की बात कह रहे हैं. तो निगम प्रशासन भी साफ सफाई और रोशनी के लिए बिजली मरम्मती का कार्य शुरु कर दिए है.
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छठ घाटों को किया गया चिन्हित
कुल मिलाकर आस्था का महापर्व छठ को लेकर निगम प्रशाशन की तरफ से शिवगंगा, डढ़वा नदी सहित कुल 21 छठ घाट को चिन्हित कर समुचित व्यवस्था की तैयारी में जुटी हुई है.