देवघर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देवघर में विजय संकल्प रैली को संबोधित करने के बाद शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ पहुंचे. जहां उन्होंने शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने बैंड-बाजा बजाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत किया. इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई.
Amit Shah In Deoghar: रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ देवघर के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह बोले- सफलता के लिए सामाजिक ज्ञान बेहद जरूरी - झारखंड न्यूज
रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ देवघर के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिरकत की. इस दौरान गृह मंत्री का स्वागत बैंड-बाजा बजाकर किया गया. वहीं कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने सार्वजनिक जीवन और सामाजिक जीवन का महत्व बताया.
केंद्रीय गृह मंत्री ने बच्चों को सार्वजनिक जीवन का महत्व बतायाःवहीं इस अवसर पर स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आप पढ़ लिख कर डॉक्टर, वैज्ञानिक, इंजीनियर, महाधिवक्ता बन जाइए, लेकिन विद्यार्थियों को अपने स्कूल से बाहर सार्वजनिक जीवन के लिए बच्चों को दूसरे स्कूलों में भी भेजना चाहिए, इससे सामंजस्य बनेगा और नई चीजें सीख पाएंगे.
रामकृष्ण, मां शारदा और विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया नमनः स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण महर्षि के उपदेश को पूरे जग में प्रसारित, प्रचारित और स्वीकृति दिलाने का कार्य किया. सनातन धर्म के समग्र ब्रह्मांड के कल्याण के विचार को दूर-दूर तक पहुंचाने का काम किया है. उन्हीं आदर्शों से बनी है रामकृष्ण मिशन. कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ परिसर स्थित मंदिर में श्री रामकृष्ण देव, मां शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया.
किताबी ज्ञान के साथ सामाजिक ज्ञान अर्जित करने पर दिया बलः कार्यक्रम के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्कूल के सभी बच्चों से बारी-बारी से मिले और उन्हें भविष्य में बेहतर करने की शुभकामनाएं दी. इस दौरान उन्होंने बच्चों से कहा कि किताबी ज्ञान के साथ सामाजिक ज्ञान भी जरूरी है. इससे आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छात्रों से स्वामी विवेकानंद के बताए रास्ते पर चलने और उनके आदर्शों को आत्मसात करने की अपील की. उन्होंने कहा कि महापुरुषों के बताए रास्ते पर ही चलकर आप भविष्य में बेहतर कर सकते हैं.