देवघरः देवघर के कुंडा स्थित निर्माणाधीन हवाई अड्डा से नवम्बर के पहले सप्ताह से हवाई परिचालन की शुरुआत की खबर से देवघर सहित पूरे संताल में हर्ष है. वहीं हवाई परिचालन शुरू होने पर स्थानीय लोगों सहित बाबा मंदिर पुरोहित और व्यवसायियों में एक नई किरण दिखाई दे रही है जहां अब पर्यटन का बढ़ावा के साथ उद्योग लगने से पलायन रुकने की आशा है.
देवघर हवाई अड्डा के निर्माण में राज्य सरकार द्वारा कुल लगभग 653.75 एकड़ जमीन मुहैया कराई है जिसमें 25 00 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे के साथ दोनों और 7.5 मीटर का सोल्डर है. एयरपोर्ट ग्राउंड में एटीसी टावर,डीआरडीओ
बिल्डिंग, फायरस्टेशन, सिविल, मेकेनिकल, हॉर्टिकल्चर, सीएनएस, टर्मिनल बिल्डिंग, इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल वर्क शॉप में कुल 401.34 करोड़ की लागत लगाई गई है. जिस रनवे पर एयरबस 320 उतरेगा और एप्रॉन में एक साथ तीन हवाई जहाज रह पाएगा, तो बाबा मंदिर आकृति की तर्ज पर भवनों को सुसज्जित किया जाएगा जिससे यात्री उतरते ही भक्तिभाव में होंगे.
एजीएम टोप्पो के अनुसार देवघर के कुंडा स्थित निर्माणाधीन हवाई अड्डे का निर्माण कार्य जोरों पर है और दिसंबर के अंत तक सभी निर्माण कार्य पूरा करने की उम्मीद है. इससे पहले रनवे तैयार कर लिया गया है और अब कार्य अंतिम चरण में है और रनवे तैयार हो जाने के कारण हवाई परिचालन शुरू नवम्बर के पहले सप्ताह से कर दिया जाएगा.
जिसके लिए उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने खुद हवाई अड्डा का जायजा लिए और इसी सप्ताह एयरलाइंस अधिकारियों संग बैठक कर हवाई परिचालन को लेकर सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी कुछ जगहों के लिए परिचालन शुरू होगा हालांकि देवघर सहित संताल परगना में आबादी कम है और डिमांड ज्यादा प्रतिवर्ष लोग करोड़ों में आते हैं और पूरी तरह से हवाई अड्डा निर्माण पूरी होते ही और भी हवाई परिचालन में विस्तार किया जाएगा, जिससे संताल परगना में पर्यटन के साथ साथ उद्योग धंधे भी बढ़ेंगे.