देवघरः जिले की यातायात व्यवस्था सुविधाओं की कमी के कारण चरमराती जा रही है. हाल यह है तेज गति से शहर की सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों से आए दिन हादसे हो रहे हैं पर इस पर लगाम नहीं लग पा रही है. दो साल पहले शहर के विभिन्न इलाकों के लिए अलग-अलग गति सीमा निर्धारित की गई है पर यातायात पुलिस के पास न तो पर्याप्त स्टाफ है जिससे की वह जांच अभियान चला सके और न तो इंटरसेप्टर व्हीकल, स्पीड गन, कैमरा जैसे बुनियादी उपकरण. इससे हादसों में कमी लाना मुश्किल हो रहा है. हालांकि परिवहन विभाग और यातायात पुलिस का कहना है कि हम यातायात नियमों का पालन कराने का प्रयास कर रहे हैं.
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बाबा धाम देवघर में हर साल लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. लेकिन यातायात व्यवस्था ठीक नहीं है. परिवहन विभाग ने इस पर नियंत्रण के लिए 2018 में गति अलग-अलग जगहों पर गति सीमा तो निर्धारित कर दी पर शहर में इसकी मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है. जगह-जगह गति सीमा के बोर्ड लगे हैं पर उनकी अनदेखी कर चालक तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं. कई बार इसके कारण हादसे भी होते रहते हैं. स्थानीय समाजसेवी हीरा पंडित ने पुलिस से मांग की है कि पुलिस तेज गति से वाहन चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई करे. पंडित का कहना है कि कभी कभार जांच अभियान चलता भी है तो मामूली फाइन काटकर आरोपियों को छोड़ दिया जाता है. इससे लोग लापरवाही करते हैं और दूसरों की जान भी जोखिम में डालते हैं.
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