चतरा: जिले के वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के कड़ीमऊ गांव में पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों ने सीआरपीएफ की कोबरा 203 बटालियन के जवानों पर बेरहमी से पीटकर बेचन गंझू की हत्या करने का आरोप लगाया है. वहीं, ग्रामीणों ने दोषी जवानों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों के अनुसार बेचन गंझू को सर्च अभियान में शामिल अधिकारी और जवान रास्ता दिखाने के बहाने जंगल में ले गए और उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. पिटाई के बाद बेचन को गंभीर हालत में हंटरगंज स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन सदर अस्पताल लाने के दौरान उसकी रास्ते में ही मौत हो गई. शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. सुरक्षाकर्मियों ने शव के पास मीडिया को जाने से रोक लगा दी है. इस मामले में कोई अधिकारी कुछ बोलने को भी तैयार नहीं है.
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सर्च अभियान में निकले थे सुरक्षाकर्मी
जानकारी के अनुसार पलामू-लातेहार और लोहरदगा में हुए नक्सल घटना के मद्देनजर चुनाव से पहले कोबरा बटालियन के जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के कड़ी मऊ गांव में कई लैंडमाइंस बिछाई गई है. इसी को लेकर सुरक्षाकर्मी कड़ीमऊ गांव पहुंचे और बेचन सहित तीन ग्रामीणों को पकड़ लिया था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से लैंडमाइंस से संबंधित समान की भी बरामदगी का दावा किया है. सुरक्षाबलों ने मौके से आईडी, दो खाली सिलेंडर, ड्रिल मशीन, सब्बल और हथोड़ा समेत कई आपत्तिजनक सामान मिलने के दावा किया है.
क्या है पूरा मामला
दो दिन पहले लातेहार, पलामू और लोहरदगा में हुए नक्सली हमले की घटना को देखते हुए चतरा जिले में कोबरा (203) बटालियन के जवान सर्च अभियान पर निकले थे. जवान जैसे ही वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के कड़ीमऊ गांव पहुंचे, गांव से कुछ दूरी पर अलग-अलग स्थानों से जवानों ने कैलाश भुईया, बुधन भुईयां और बेचन गंझू को पकड़ लिया. इसके बाद उसके घर की तलाशी ली.
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परिजनों ने पुलिस पर लगाया बेरहमी से पिटाई का आरोप
बेचन के बेटे ने बताया कि घर की तलाशी में जवानों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से मिलने वाला रसोई गैस का सिलेंडर मिला. इसके बाद जवानों ने उसके पिता को रास्ता दिखाने के बहाने जंगल की ओर ले गए और बेरहमी से पिटाई कर दी.
पिटाई करने के बाद पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर वशिष्ठ नगर थाना चली गई, जहां बेचन की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे हंटरगंज स्वास्थ्य उपकेंद्र में लाया गया. उसकी गंभीर हालात को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया. हंटरगंज से सदर अस्पताल ले जाने के दौरान ही रास्ते में उसकी मौत हो गई.