चतरा:जिले से 40 किलोमीटर दूर प्रतापपुर प्रखंड के सिद्दकी पंचायत में खून की कमी के चलते महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद कुछ लोग घर आ गए और उसे जिंदा करने का दावा किया. इसके बाद घंटों अंधविश्वास का खेल चलता रहा.
खून की कमी के चलते हुई महिला की मौत, अंधविश्वास की आड़ में घंटों चलता रहा जिंदा करने का खेल - conversion in chatra
चतरा में खून की कमी के चलते एक महिला की मौत हो गई. इसके बाद कुछ महिलाएं गांव पहुंची और मृत महिला को जिंदा करने का दावा किया. कई घंटों तक खेल चलता रहा. डॉक्टर ने जब महिला को मृत घोषित कर दिया तब झाड़-फूंक करने वाली महिलाएं मौका देखकर भाग निकली.
मिली जानकारी के मुताबिक हरहद सिजुआ गांव में एक गर्भवती महिला के पेट में दर्द उठा. इसके बाद परिजन उसे लोकर इलाज के लिए रानीगंज ले गए जहां डॉक्टरों ने खून की कमी बताकर उसे रेफर कर दिया. परिजन महिला को लेकर बिहार के गया जा रहे थे. रास्ते में ही महिला की मौत हो गई. परिजन महिला का शव लेकर वापस घर लौटे ही थे कि 7-8 महिलाएं आ गई और महिला को जिंदा करने का दावा किया.
घंटों चलता रहा अंधविश्वास का खेल
महिला की मौत से आहत परिजन काफी आनाकानी के बाद झाड़-फूंक कराने के लिए तैयार हो गए. इसके बाद घंटों महिला को जिंदा करने का खेल चलता रहा. शव को कमरे में रख महिलाओं ने दरवाजा बंद कर दिया. परिजन जब पूछते तो झूठा आश्वासन दिया जाता. कभी कोई कहता कि सासें चल रही है तो कभी कोई पानी पीने की बात कहती. इसी तरह करीब 4-5 घंटे गुजर गए. इसके बाद ग्रामीणों ने एक डॉक्टर को बुलाया. डॉक्टर ने बताया कि महिला की मौत 5 घंटे पहले ही हो चुकी है. इस बीच झाड़-फूंक करने वाली महिलाएं मौका देखते ही भाग निकली.