चतरा: अपराधमुक्त झारखंड बनाने के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद चतरा जिला प्रशासन कार्रवाई में जुट गई है. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उपायुक्त अबू इमरान और एसपी राकेश रंजन के संयुक्त निर्देश पर आधी रात को मंडल कारा में छापा मारा. करीब तीन घंटे तक चले छापेमारी अभियान के दौरान आधा दर्जन से अधिक दंडाधिकारी व करीब पौने दो सौ जवानों ने जेल के सभी बैरकों को बारीकी से खंगाला.
आधी रात हुए जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से मंडल कारा प्रबंधन व बंदियों में हड़कंप मच गया. छापेमारी अभियान के दौरान कुछ बुजुर्ग कैदियों के पास खैनी, गुटखा व तंबाकू समेत दैनिक उपयोग के अन्य सामान पकड़े गए. जिसे अभियान में शामिल सुरक्षाबलों और दंडाधिकारियों ने मौके पर जब्त कर लिया. वहीं बैरकों में बंद कुख्यात व दुर्दांत पेशेवर बंदियों के पास से जिले में शांति और सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती पेश करने से संबंधित किसी भी तरह का घोर आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ.
छापेमारी अभियान का नेतृत्व कर रहे एसडीओ ने बताया कि चतरा जिला प्रशासन, पुलिस के साथ मिलकर अपराध का ग्राफ घटाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है. मुख्यधारा से भटके लोगों को सरकार की विकास योजनाओं से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाते हुए मुख्यधारा में शामिल कराने का प्रयास निरंतर जारी है. इस दिशा में पुलिस और प्रशासन को लगातार सफलताएं भी मिल रही है.
वहीं एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन के नेतृत्व में ऑर्गेनाइज्ड और इकोनामिक समेत अन्य क्राइम कंट्रोल को लेकर चतरा पुलिस पूरी तरह कृत संकल्पित है. जेल में बंद कुख्यात और दुर्दांत नक्सलियों व अपराधियों के अलावे बेल पर जेल से बाहर निकले सभी छोटे-बड़े नक्सलियों और अपराधियों के हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है. इसके अलावे चतरा शहर के साथ-साथ सभी प्रखंड मुख्यालयों के प्रमुख चौक-चौराहों की नियमित पेट्रोलिंग कर सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी परिस्थिति में संगठित और आर्थिक अपराध समेत सभी तरह के क्राइम कंट्रोल की दिशा में सार्थक कार्रवाई संभव हो.
उन्होंने बताया कि विभिन्न थानों में हाजिरी पंजी बनाकर जेल से बेल पर निकले छोटे-बड़े अपराधियों और नक्सलियों की नियमित हाजिरी भी ली जा रही है. साथ ही साथ गुंडा पंजियों में दर्ज नामों से संबंधित लोगोंं को भी नियमित थाना परेड कराया जा रहा है. एसडीपीओ ने बताया कि मंडल कारा में की गई छापेमारी की कार्रवाई की विस्तृत संयुक्त रिपोर्ट उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को सौंपी जाएगी. उन्होंने बताया कि रात करीब 9 बजे शुरू हुई. छापेमारी अभियान आधी रात लगभग 12 बजे तक चला. चतरा मंडल कारा में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त छापेमारी की पूर्व सूचना किसी भी अधिकारी और जवान को नहीं दी गई थी.