चतराः जिले में खैरवार भोगता समाज ने सिमरिया चौक पर श्रम नियोजन एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता का पुतला फूंका. दरअसल झारखंड के अनुसूचित जाति की श्रेणी में शामिल भोक्ता जाति को अनुसूचित जनजाति यानी एसटी का दर्जा मिलने के बाद राज्य के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने इसका विरोध किया था. जिससे गुस्साए समाज के लोगों ने मंत्री सत्यानंद भोक्ता का जुलूस निकालकर पुतला फूंक दिया है.
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भोगता समाज ने मंत्री सत्यानंद भोक्ता का जलाया पुतला, बयान को बताया स्वार्थी - मंत्री सत्यानंद भोक्ता का जलाया पुतला
चतरा में भोगता समाज ने मंत्री सत्यानंद भोक्ता का पुतला जलाया. ये लोग मंत्री उस बयान को स्वर्थी और समाज विरोधी बता रहे थे. जिसमें उन्होंने भोगता समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने का विरोध किया था.
इस दौरान समाज के लोगों ने उनके विरुद्ध जबरदस्त नारेबाजी की और उन्हें स्वार्थी बताया. कार्यक्रम खैरवार भोगता समाज विकास संघ के द्वारा आयोजित किया गया था. समाज के सदस्यों ने भोगता समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने पर हर्ष व्यक्त किया और भारत सरकार के प्रति आभार जताया. संघ के प्रखंड अध्यक्ष छोटू सिंह भोगता ने बताया कि भोगता समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने पर समाज में जश्न का माहौल है. भारत सरकार ने समाज की एक पुरानी मांग पूरी कर दी है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा सहित मामले से जुड़े तमाम मंत्रियों के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति में शामिल होने के बाद सदियों से पिछड़ा समाज का समग्र विकास होगा. आगे उन्होंने बताया कि श्रम मंत्री का बयान इस मामले में स्वार्थी और समाज विरोधी रहा है. इसे लेकर उनका पुतला फूंका जा रहा है. इसके पूर्व भोगता समाज ने पचमो मैदान में ढोल बाजे के साथ जश्न मनाया और अबीर गुलाल उड़ाए. समाज ने पारंपरिक संस्कृति के अनुसार पूजा अर्चना की और लोक कल्याण की कामना की.