चतरा: जिले में नशे के सौदागरों और माफियाओं के विरुद्ध पुलिस पूरी तरह एक्शन में है. पुलिस मुख्यालय और एसपी ऋषभ झा के निर्देश पर जिले के अधिकारी और जवान लगातार सड़क से लेकर जंगल तक की खाक छान रहे हैं. यही कारण है कि जहां जिले में सक्रिय तस्कर और माफिया नशे की खेप के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं. वहीं सुदूरवर्ती जंगली इलाकों में चोरी छिपे नशे की खेती में जुटे तस्करों पर पुलिसिया नकेल कसने में झारखंड पुलिस पूरी तरह सफल भी हो पा रही है. सदर थाना पुलिस ने भी अवैध अफीम की खेती और इससे जुड़े तस्करो के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है.
एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में चलाए गए विशेष अभियान के दौरान पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने जंगली इलाकों में चोरी-छिपे वन भूमि पर वृहत स्तर पर लगाए गए अफीम के खेती पर डंडा चलाकर तस्करों को बड़ी आर्थिक चोट दी है. संयुक्त टीम ने सदर थाना क्षेत्र के मोकतमा पंचायत अंतर्गत नक्सल प्रभावित कच्चा और कढ़ीमा समेत आधा दर्जन गांवों से सटे जंगलों में अभियान चलाकर करीब छह एकड़ में लगे अफीम की खेती को नष्ट किया है. अपनी सख्ती से बड़े से बड़े अपराधियों और उग्रवादियों से राज खुलवाने वाले जवानों ने हाथों में लाठी और डंडे लेकर जंगल मे लहलहा रहे अफीम के फसल को नष्ट कर तस्करों को चेतावनी दी है.
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अवैध अफीम की खेती को किया गया नष्ट
जब फसल को तोड़ते-तोड़ते अधिकारी और जवान थक गए तो टीम ने अफीम की खेती पर अपनी मौजूदगी में ट्रैक्टर तक चलवा दिया. ताकि अवैध नशे के कारोबार से जुड़े माफियाओं और तस्करों की रातों-रात लोगों के सेहत और जान से खिलवाड़ कर अमीर बनने की चाहत पूरी तरह से चकनाचूर हो जाए. हालांकि इस दौरान मौके पर पुलिस को देख तस्कर जंगल का लाभ उठाकर भागने में सफल जरूर रहे.
एसडीपीओ ने कहा है कि कानून को हाथ में लेकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले तस्करों, माफियाओं और असामाजिक तत्वों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. अफीम की खेती और अवैध नशे के कारोबार के विरुद्ध पुलिस निरंतर अभियान चलाती रहेगी. पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है.