चतरा: जिले में सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं. धरातल पर योजना उतरने से पहले ही दम तोड़ रही हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने महापंचायत कर वोट बहिष्कार का फैसला लिया है. साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
आजादी के सात दशकों बाद भी चतरा के कई गांव के लोगों ने बिजली का दीदार नहीं किया है. हंटरगंज प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित बिहिया सरहचिया गांव के ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय के अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत विभाग द्वारा उनके गांव में विगत 2 वर्ष पूर्व ही बिजली और खंभे के साथ ट्रांसफॉर्मर तो भेज दिए लेकिन आज तक न तो खंभे गाड़े गए हैं और न ही तार का जाल बिछाया गया है.
ऐसे में जमीन पर रखे-रखे या तो ज्यादातर उपकरण खराब होने लगे हैं, या विद्युतीकरण कार्य में लगे विभागीय दलालों, ठेकेदार पैसे की उगाही कर सामान इधर-उधर बेच चुके हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युतीकरण का काम कर रहा ठेकेदार तार, खंभा और ट्रांसफॉर्मर दिखाकर ग्रामीण से उगाही कर चुका है. पैसे देने के बाद भी अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है.