चतरा: प्रथम चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन के अंतिम दिन आज चतरा में 7 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया. नामांकन पर्चा दाखिल करने वालों में भाजपा के जनार्दन पासवान, महागठबंधन के सत्यानंद भोक्ता, जेवीएम के तिलेश्वर राम, जदयू के केदार भुइयां, सीपीआईएम के नरेश राम भारती और निर्दलीय कृष्णा रविदास, कौलेश्वर कुमार भोक्ता और मनोज भुइयां के नाम शामिल हैं.
नामांकन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चतरा में विभिन्न दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को मिलाकर कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं. नामांकन के दूसरे दिन बीएसपी के गौतम रविदास समेत दो अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया था. नामांकन को लेकर जिला प्रशासन ने निर्वाचन सह अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध किए थे. नामांकन के बाद जेवीएम और बीजेपी ने अलग-अलग स्थानों पर चुनावी जनसभा का आयोजन किया था. सदर थाना मैदान में आयोजित बीजेपी की जनसभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री नंदकिशोर यादव, सांसद सुनील सिंह, हजारीबाग विधायक मनीष जयसवाल और बरही विधायक मनोज यादव समेत पार्टी दिग्गज शामिल हुए. वहीं, नगर भवन मैदान में आयोजित जेवीएम के जनसभा में पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी का स्वागत कर चुनाव का शंखनाद किया.
'गरीबों का हर सपना बीजेपी ने किया पूरा': जनार्दन पासवान
मौके पर बीजेपी प्रत्याशी जनार्दन पासवान ने कहा कि जनता के समक्ष उत्पन्न मूलभूत समस्याओं का अविलंब निवारण उनकी पहली प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में सत्ता पर काबिज डबल इंजन की सरकार गरीबों के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं. गरीबों के हर अरमानों और सपनों को पूरा करने का हर संभव प्रयास केंद्र की मोदी और प्रदेश की रघुवर सरकार की जोड़ी कर रही है. बीजेपी प्रत्याशी ने राजद प्रत्याशी पर हमला बोलते हुए कहा कि अब लालटेन कहीं नहीं बचा है. ये लोग पहले ही लालटेन को पूरी तरह से तोड़फोड़ चुके हैं. ऐसे में कुछ लोग उसे अब ढोने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी स्थिति किसी से छिपी नहीं है. गांव से लेकर शहर तक अगर किसी की चर्चा है तो सिर्फ और सिर्फ मोदी और रघुवर की.
'बीजेपी का हो चुका है पर्दाफाश'- सत्यानंद
महागठबंधन प्रत्याशी सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि 65 पार का नारा बुलंद करने वाली बीजेपी प्रदेश में भाषण, राशन और झूठे आश्वासन के बल पर टिकी है. जिसका पर्दाफाश अब हो चुका है. ऐसे में इसके विकास विरोधी नीतियों और सिद्धांतों से ऊब चुकी जनता आर या पार के मूड में है. उन्होंने कहा कि बीजेपी हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है. यही कारण है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों में जनता ने बीजेपी की योजनाओं और झूठे घोषणाओं को पूरी तरह से नकार दिया है. महागठबंधन प्रत्याशी ने बीजेपी प्रत्याशी जनार्दन पासवान पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वे दो बार चतरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. दोनों बार उन्होंने जनार्दन पासवान को ही चुनावी शिकस्त दी है. सत्यानंद ने कहा कि जनता अब बीजेपी को पूरी तरह से जान चुकी है. कौन क्षेत्र का विकास कर सकता है और किसके हांथों में बागडोर सौंपनी है इसका भी निर्णय मतदाताओं ने ले लिया है.
'बीजेपी का सत्ता हासिल करने का सपना होगा चकनाचूर': तिलेश्वर
जेवीएम प्रत्याशी तिलेश्वर राम ने कहा कि झारखंड में झूठ और घोषणाओं के आधार पर सत्ता हासिल करने वाली बीजेपी के दिन अब लद चुके हैं. जनता इनके जुमलेबाजी से परेशान होकर अब बदलाव के मूड में आ चुकी है. रोजगार और अधिकार की मांग करने वाले शिक्षित बेरोजगार युवकों और महिलाओं पर अत्याचार बीजेपी और प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास को महंगा पड़ेगा. इनकी विकास विरोधी नीतियों और सिद्धांतों के कारण चतरा से ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी सीटों से इनका सफाया हो जाएगा. सत्ता में फिर वापस आने की उनकी चाहत चकनाचूर हो जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की रघुवर सरकार राज्य में गोलियों और लाठियों के सहारे सत्ता पर काबिज रहना चाहती है. चुनाव में जनता न सिर्फ करारा जवाब देगी बल्कि सत्ता से बेदखल भी करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ईमानदार और निष्ठा पूर्वक काम करने वाली सरकार की जरूरत है. विधानसभा चुनाव के बाद जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में गरीबों की सरकार अस्तित्व में आ जाएगी. क्योंकि प्रदेश के कोने-कोने में बाबूलाल की लहर चल रही है, जिसे कोई चाह कर भी नहीं रोक सकता.
गौरतलब है कि 30 नवंबर को होने वाले चतरा विधानसभा चुनाव को लेकर जिला निर्वाची पदाधिकारी ने चतरा सदर अनुमंडल पदाधिकारी को सदर विधानसभा का निर्वाचन पदाधिकारी बनाया है. जहां चुनावी रणभूमि में भाग्य आजमाने वाले विभिन्न दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया है. नामांकन की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद 14 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी. उसके बाद 16 नवंबर तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे.