चतरा: दो दिवसीय प्रवास पर चतरा पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने एक बार फिर प्रदेश की हेमंत सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने प्रदेश में उत्पन्न विधि-व्यवस्था की समस्याओं को ले राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए, लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन कर संवैधानिक ढांचे को खत्म करने का प्रयास करने का गंभीर आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में किसी भी सांसद-विधायक की बात नहीं सुनी जा रही है. सत्ताधारी दलों के सांसदों और विधायकों का भी यही हाल है, वह असहाय हो चुके हैं. उन्होंने कहा है कि राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से पस्त हो चुकी है. स्थिति भयावह है और भय के वातावरण में राज्य की सवा तीन करोड़ जनता जीने को विवश है. 13 महीने के हेमंत सरकार के अल्प कार्यकाल में प्रदेश में नक्सली खुलेआम तांडव मचा रहे हैं, पूरी तरह से जंगल राज स्थापित हो चुका है.
'हेमंत सरकार ट्रांसफर-पोस्टिंग में व्यस्त'
हेमंत सरकार प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के बजाय बिचौलिया प्रधान राज्य बन चुका है, यहां पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग का उद्योग चला रही है. उन्होंने कहा है कि पैसे के लिए विधवा विलाप करने वाली हेमंत सरकार ट्रांसफर-पोस्टिंग का इतिहास रचने पर आमादा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि इसी वजह से आज प्रदेश में आदिवासी और अनुसूचित जाति की बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. 1 साल में 13सौ से अधिक बहन-बेटियों के साथ बेखौफ दरिंदों दुष्कर्म की घटनाओं को अंजाम दिया है. दीपक प्रकाश ने कहा है कि राज्य में आदिवासियों का नरसंहार हो रहा है. आदिवासियों और अनुसूचित जाति, जनजाति के विकास के नाम पर वोट हासिल कर सत्ता पर काबिज होने वाली हेमंत सरकार आदिवासी और अनुसूचित जाति, जनजाति विरोधी है.