चतरा: जिले के प्रसिद्ध मां भद्रकाली मंदिर स्थित मुहाने नदी में दिन-रात पुलिस के नाक के नीचे धड़ल्ले से बालू खनन कर बिक्री किया जा रहा है. वहीं सब कुछ जानते हुए भी जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
भारत सरकार पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय ने 15 जून 2020 को एक आदेश जारी किया है. इस आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि 15 जून से 1 अक्टूबर तक मानसून सत्र का निर्धारण किया गया है. इस दौरान बालू खदानों, नदियों और घाटों से बालू उत्खनन पर प्रतिबंध लगाया जाता है, लेकिन इटखोरी में जिला प्रशासन सरकार के एक जिम्मेदार विभाग के आदेश का उल्लघंन कर रहा है. साथ ही बालू कारोबारियों को संरक्षण दे रहा है. बता दें कि मुहाने नदी से ही हर दिन करीब 300 से भी अधिक ट्रैक्टर बालू निकाला जा रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. इससे सरकारी राजस्व का घाटा हो रहा है.