चतरा: एक ओर जहां एनएच 99 को विभाग की ओर से एनओसी नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य पिछले 4 वर्षों से अधूरा पड़ा है. जिसकी वजह से रोजाना सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. जिसमें कई लोग मौत के गाल में समाते जा रहे हैं तो कई लोग अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर चतरा के टंडवा में संचालित आम्रपाली कोल परियोजना से शिवपुर रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई के लिए आरकेटीसी ट्रांसपोर्टिंग कंपनी द्वारा वन भूमि का अतिक्रमण कर सड़क बनाए जाने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
Forest Department In Chatra: चतरा में ट्रांसपोर्टिंग कंपनी पर वन विभाग की मेहरबानी, जंगल को उजाड़ कर बना दी सड़क
झारखंड में लूट-खसोट का अजब-गजब खेल चलता रहता है. लोग तरह-तरह के हथकंडे अपना कर झारखंड की सुंदरता को तबाह करने में जुटे हैं. चतरा में वन विभाग कुछ ऐसा ही कर रहा है. यहां विभाग एक कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनी पर इस कदर मेहरबान है कि उसने कंपनी के लिए जंगल को साफ कर सड़क बना दी.
ये भी पढ़ेंः चतरा के परियोजना बालिका उच्च विद्यालय इटखोरी में जाते ही बच्चे हो जाते हैं शर्मिंदा, जानिए क्यों
एक ओर पब्लिक सड़क को एनओसी नहीं दिया जाना और दूसरी ओर कोल ट्रांसपोर्टिंग के लिए बनाए गए सड़क पर वन विभाग की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं इस मामले को लेकर एक आरटीआई कार्यकर्ता मंटू कुमार के द्वारा वन विभाग से स्पष्टीकरण मांगे जाने पर वन विभाग ने अपने जवाब में आरकेटीसी बीएलए कंपनी के द्वारा बगैर एनओसी के वन भूमि पर अतिक्रमण कर ट्रांसपोर्टिंग सड़क बनाए जाने की बात स्वीकार की है.