चतरा:जिस मां के दो-दो बेटे सरहद की सुरक्षा में लगे हैं. उसी मां का सुहाग आज खतरे में है. गांव के कुछ दबंगों ने उस सेना के जवान के पिता को भूमि विवाद में पीट-पीटकर न सिर्फ अधमरा कर दिया बल्कि खेती बारी करने पर भी रोक लगा दिया है. पिता का उपचार सदर अस्पताल में चल रहा है. मामला चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड के ढोलिया गांव का है. जहां गांव के ही विश्वनाथ यादव, दिलचंद यादव सहित अन्य लोगों पर देश की रक्षा में बार्डर पर तैनात सैनिकों के पिता ब्रजेश सिंह को सिर्फ इसलिए बुरी तरह से मारकर अधमरा कर खेत मे फेंक दिया, क्योंकि उन्होंने अपनी खेत को जबरन जोत रहे लोगों को खेत जोतने से रोका. चूकि जिस खेत की जुताई दबंगों द्वारा की जा रही थी, उसका मामला न्यायालय में चल रहा है.
इसी बात को लेकर ब्रजेश सिंह ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो उन्हें बुरी तरह से पीटकर अधमरा कर दिया गया. मामले को लेकर एसडीओ चतरा राजीव कुमार ने हंटरगंज सीओ को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए थे, लेकिन सीओ की लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना घटी. पीड़ित ब्रजेश सिंह की पत्नी सुषमा देवी ने बताया कि मेरे दो-दो बेटे देश की रक्षा के लिए श्रीनगर में तैनात हैं, लेकिन हमारे परिवार की जान आज खुद खतरे में है. जब हमारी रक्षा स्थानीय प्रशासन नहीं कर रही है तो आम जनता से क्या उम्मीद करना. उन्होंने कहा कि मेरे पति खाद्य-पदार्थ लाने पाण्डेयपुरा जा रहे थे. इसी क्रम में खेत जुताई होते देखकर उन्हें रोका तो उनलोगों ने न सिर्फ उन्हें मारकर खेतों में ही फेंक दिया, बल्कि उनका मोबाइल और दो हजार रुपये भी छीन लिए.