चतरा: दो दिन पूर्व चतरा सदर अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से 14 वर्षीय बच्चे की हुई मौत मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एचडी सिंह ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जिंदगी है तो मौत होगी ही, हर आदमी हर घड़ी जिंदा नहीं रह सकता है.
उपाधीक्षक का संवेदनहीन बयान इसे भी पढ़ें- छात्राओं से छेड़छाड़ और मारपीटः सलाखों के पीछे 5 मनचले, शनिवार को एसपी करेंगे प्रेस वार्ता
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने आरोपी डॉक्टर राजीव रंजन का बचाव करते हुए कहा है कि मृत बच्चे का शव का मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि दोषी कौन है. उन्होंने मृत बच्चे के परिजनों के आरोपों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि पब्लिक किसी पर भी कुछ भी आरोप लगा सकती है
क्या था मामला
2 दिन पहले हंटरगंज थाना क्षेत्र के जोरी निवासी 14 वर्षीय प्रिंस कुमार को गंभीर अवस्था में परिजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ राजीव रंजन ने घंटों बाद भी बच्चे का इलाज शुरू नहीं किया था. जिससे अस्पताल के बेड पर ही बच्चे की तड़प तड़प कर मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों के हंगामे के बाद ड्यूटी पर तैनात दूसरे डॉक्टर ने बच्चे की मौत के बाद उसे ऑक्सीजन और स्लाइन चढ़ाया था. इसको लेकर परिजनों में अस्पताल के डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया.