चतरा: जिले में एक बार फिर बाल विवाह का मामला प्रकाश में आया है, जिस पर संज्ञान लेते हुए चाइल्ड लाइन सब सेंटर के लीडर और टीम के सदस्यों ने सिमरिया थाना क्षेत्र के दुंदवा गांव में पहुंचकर विवाह को रुकवा दिया. जानकारी के मुताबिक चाइल्ड लाइन सब सेंटर पर उसके हेल्पलाइन 1098 पर किसी अनजान शख्स का फोन आया, जिसमें उसने कहा कि एक 15 वर्ष की नाबालिग बच्ची का विवाह करवाया जा रहा है.
शिकायतकर्ता ने कहा कि 30 नवंबर को उसकी शादी होनी है. बच्ची के विवाह की कुछ रस्म पूरा भी कर ली गईं हैं. इस बात की जानकारी मिलने के बाद चाइल्ड लाइन की टीम शादी वाले घर में पहुंची, जहां शादी की तैयारियां चल रहीं थीं. सभी रिश्तेदार और परिजन मौजूद थे.
शादी के घर में अचानक टीम के सदस्यों को देखकर बच्ची के परिजन काफी घबरा गए और कहा कि लड़की बालिग है. जब उसकी सर्टिफिकेट की जांच की गई तो पाया गया कि वह महज 15 साल की पाई गई. सिमरिया पुलिस ने भी मामले को संज्ञान लेते हुए शादी पर प्रतिबंध लगा दिया.
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वहीं, टीम के सदस्य नाबालिग बच्ची को चाइल्ड लाइन सेंटर चतरा ले गए. इस दरमियान बच्ची ने कहा कि वह आगे की पढ़ाई करनी चाह रही है और माता-पिता जबरन शादी करवा रहे हैं. इस शादी से बिल्कुल सहमत नहीं हूं. जल्द ही इस बच्ची को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा.
इस बाबत टीम लीडर फिल्मन बाखला ने कहा कि चतरा जैसे शहर में हमारी टीम ने कई बाल विवाह पर रोक लगाई है. छोटी बच्चियों की उम्र नहीं होने के बाद भी शादी के बंधन में बांध दिया जाता है. इसमें हमारी टीम ने सतर्कता दिखाते हुए अविलंब मामले पर कार्रवाई करते हुए नाबालिगों को इंसाफ दिला रही है. बाल विवाह एक कानूनन अपराध है और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त सजा होनी चाहिए.