चतरा: एक ओर जहां कोरोना को अंतरराष्ट्रीय विपदा घोषित कर सभी जगह स्कूल कॉलेजों को बंद करने का आदेश दे दिया गया है. वहीं, दूसरी ओर झारखंड सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश देना शायद भूल गई है. आज भी आंगनबाड़ी केंद्र में रोजाना की तरह बच्चों की पढ़ाई जारी है. इस पर ध्यान देने वाला भी कोई नहीं है, यहां कोरोना से बचाव के लिए किसी मानकों का उपयोग नहीं किया जा रहा है और न ही इसके लिए कोई जागरूकता फैलाई जा रही है.
चतरा: बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़, आंगनबाड़ी केंद्र बंद करना भूल गई सरकार
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए झारखंड सरकार ने सभी स्कूल, कॉलेज बंद करने के आदेश दिए हैं. लेकिन शायद सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश देना भूल गई. बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्रों में रोजाना की तरह बच्चों की पढ़ाई जारी है. वहीं, इन केंद्रों में ना दो मास्क और ना ही सेनिटाइजर की व्यवस्था है. सरकार को इस विषय पर जल्द निर्णय लेना चाहिए.
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आंगनबाड़ी केंद्र में न तो सेनिटाइजर की व्यवस्था है और न ही किसी ने मास्क पहना है. ऐसे में बच्चे में संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसी स्थिति में आंगनबाड़ी केंद्रों की बंदी का सरकारी आदेश नहीं होने से बच्चों की जिंदगियों से खिलवाड़ किया जा रहा है. इधर, जब इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ममता मासूम से पूछा तो उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी बंद करने का कोई सरकारी आदेश नहीं आया है, जिस कारण बच्चे की पढ़ाई जारी है.