चतरा: जिले की सदर थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने करीब नौ महीने पुराने मोनी कुमारी ब्लाइंड मिसिंग केस की गुत्थी सुलझा ली है. मामले में प्यार, शादी और फिर दहेज के लिए कलयुगी पति की ओर से ही अपनी पत्नी की हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया था, जिसके बाद पुलिस ने मामले में छापेमारी करते हुए आरोपी पति दीपक साव को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही मोनी मर्डर केस में प्रयुक्त बाइक और उसे जलाने में प्रयुक्त लकड़ी के पटरा का लोहे का किला भी बरामद किया है.
क्या है थाना प्रभारी का कहना
थाना प्रभारी लव कुमार ने बताया कि बीते अप्रैल महीने में जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र निवासी दीपक कुमार ने सदर थाना में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. साथ ही अपने ससुराल वालों को भी उसकी गुमशुदगी की जानकारी दी थी, जिसके बाद उसके ससुराल वालों ने हजारीबाग सदर थाना में दहेज प्रताड़ना को लेकर दीपक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए अनहोनी की आशंका व्यक्त की थी,
जिसके बाद हजारीबाग पुलिस और मोनी के परिजनों ने चतरा सदर थाना पुलिस से मामले में सहयोग मांगा था. हजारीबाग पुलिस और मोनी के परिजनों के आग्रह के बाद सदर थाना पुलिस ने मामले में आरोपी पति दीपक साव को उसके झुमड़ा मोहल्ला स्थित किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद सदर थाना में गहन पूछताछ के दौरान उसने अपनी लापता पत्नी की हत्या कर शव को जला देने की बात स्वीकार कर ली. साथ ही उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल से जहां लाश को जलाने में प्रयुक्त लकड़ी के पटरे में लगे लोहे की कील बरामद की हैं.
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साक्ष्य छुपाने के लिए कराया एफआईआर
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी दीपक ने पहले अपने किराए के घर मे अपनी पत्नी की हत्या की, उसके बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से रात के अंधेरे में जंगल ले जाकर शव को सेंट्रिंग में प्रयुक्त पटरा और पेट्रोल से जला दिया और पकड़ा न जाए इसलिए अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए थाना में झूठी सूचना देकर सनहा दर्ज कराते हुए पुलिस और परिजनों को गुमराह कर दिया. उन्होंने बताया कि दीपक और मोनी की शादी करीब चार वर्ष पहले हजारीबाग में ही अंतरराज्यीय प्रेम विवाह हुआ था. शादी के बाद से ही दोनों में दहेज को लेकर अनबन चल रही थी.