रांची: चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता और फिलहाल रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद यादव की कथित तौर पर नियमों की अनदेखी कर बेटे से हुई मुलाकात पर बीजेपी ने कड़ा एतराज जताया है. पार्टी ने कहा कि लालू प्रसाद ने पहले विशेष व्यवस्था पाने की कोशिश की थी, लेकिन सरकार की नजर में वो सामान्य कैदी हैं.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जेल मैनुअल के हिसाब से जो भी परमिटेड है, वहीं लालू प्रसाद से मुलाकात कर सकता है. अगर किसी स्पेसिफिक रूप से कोई मामला आया है तो इसे देखना पड़ेगा. उन्होंने ये भी कहा कि जेल सुपरिटेंडेंट या परमिशन देने वाली अथॉरिटी कि बिना जानकारी के किसी तरह की मुलाकात हुई हो तो यह मामला गंभीर है.
जानकारी देते प्रतुल शाहदेव शाहदेव ने कहा कि अगर कोई बिना अथॉरिटी को जानकारी दिए मुलाकात कर रहा है तो इसके लिए जो भी दोषी अधिकारी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में इस तरह की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं, राजद ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले से नियम बने हैं कि तीन लोग ही शनिवार को राजद सुप्रीमो से मिल सकते है.
पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि दरअसल कुछ लोग केवल परेशान करने के मकसद से ऐसी बातें हवा में उड़ाते रहते हैं. साथ ही कहा कि कई बार उन्होंने भी कोशिश कि लालू यादव से उनकी मुलाकात हो पर यह संभव नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि इस बाबत अधिकारियों से भी बात की, लेकिन अधिकारियों ने भी शनिवार को 3 व्यक्तियों से मिलने का हवाला दिया. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि नियमों की अनदेखी का ऐसा कोई मामला नहीं है.
दरअसल, शनिवार को राजद सुप्रीमो से मिलने वालों में उनके बेटे तेजस्वी भी शामिल थे, जो देर शाम तक उनके साथ रहे. इस मुलाकात के बारे में जेल सुपरिटेंडेंट ने अनभिज्ञता जाहिर की. उन्होंने कहा कि तेजस्वी का नाम मिलने वालों की सूची में शुमार नहीं है. यह मुलाकात कैसे हुई, इसकी उन्हें आधिकारिक रूप से जानकारी नहीं है.