गिरिडीह: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां जोरों पर हैं. प्रत्येक दिन बैठकों और समीक्षा का दौर चल रहा है. वहीं उन बूथों और क्लस्टरों का मुआयना किया जा रहा है, जो उग्रवाद प्रभावित इलाके में स्थित है.
जिले का लगभग हर थाना क्षेत्र में माओवादियों की चहलकदमी है. पारसनाथ की तराई का इलाका और बिहार के जमुई-नवादा सीमा पर अवस्थित गांवों में नक्सलियों का बसेरा है. ऐसे में यहां पर शांतिपूर्वक मतदान कराना चुनौती पूर्ण है. इस स्थिति से जिला प्रशासन भी वाकिब है. ऐसे में नक्सल प्रभावित इलाके में माओवादियों की गतिविधियों के अलावा जिले में सक्रिय अपराधियों का भी डाटा निकाला गया है. एसपी ने सभी थानेदारों को सक्रिय अपराधियों को पकड़ने का भी निर्देश दे रखा है.