रांची: प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के युवा मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा पार्टी हेड क्वार्टर में तैनात सिपाही की पिटाई का मामला तूल पकड़ने लगा है. शनिवार दोपहर में युवा यादव महासभा के पदाधिकारियों और सदस्यों ने हरमू रोड स्थित बीजेपी कार्यालय का घेराव किया और सरकार विरोधी नारे लगाए.
सिपाही पिटाई मामले का विवाद गहराया, पुलिस मेंस एसोसिएशन ने की कार्रवाई की मांग
रांची स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में शुक्रवार को हुए सिपाही पिटाई मामले का विरोध शुरू हो गया है. इसके विरोध में पुलिस मेंस एसोसिएशन ने कार्रवाई की मांग की है साथ ही चुनाव ड्यूटी में नहीं जाने की चेतावनी दी है.
महासभा के पदाधिकारियों ने साफ कहा कि वर्दी में तैनात सिपाही की पिटाई कानून के साथ खिलवाड़ है. ऐसे में सरकार को वह से आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए. महासभा के उपाध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि एक तरफ सिपाही ने अपनी ड्यूटी निभाई. वहीं, दूसरी तरफ चौकीदारी कर रहे उस सिपाही को बीजेपी नेताओं ने पीटा यह अत्यंत दुखद है. वहीं, महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जहां चौकीदार शब्द को महिमामंडित कर रहे हैं. वह उन्हीं के पार्टी के नेता चौकीदार को पीट रहे हैं.
दरअसल, शुक्रवार की शाम को भारतीय जनता युवा मोर्चा के कुछ पदाधिकारियों ने बीजेपी ऑफिस में तैनात एक सिपाही शिवपूजन यादव की पिटाई कर दी. उसके बाद मामला थाने तक गया और भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद और कुछ अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं, पुलिस मेंस एसोसिएशन ने भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने साफ कहा कि गिरफ्तारी नहीं होने पर लोकसभा चुनाव में सिपाही ड्यूटी पर नहीं जाएंगे.