रांची: यौन शोषण के मामले में वारंट जारी होने के बाद से जेवीएम विधायक प्रदीप यादव फरार चल रहे हैं. 30 जून को रांची में पुलिस ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा. इस मामले में प्रदीप यादव ने अग्रिम जमानत के लिए झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की है.
याचिका में कहा गया है कि विधायक के नाते वह एक सम्मानित व्यक्ति हैं. याचिका में यह भी कहा गया है कि उनकी ओर से पुलिस को जांच में हर तरह का सहयोग किया जा रहा है. इसी सिलसिले में पिछले दिनों आईओ के पास भी उपस्थित हुए थे, इसके बावजूद प्रशासन उन्हें भगोड़ा की तरह ट्रीट कर रहा है.
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इस मामले में प्रदीप यादव को झारखंड हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिलती है या नहीं यह तो सुनवाई के दिन पता चलेगा. लेकिन जिस तरह से पुलिस उनके खिलाफ छापेमारी कर रही है उसे सिर्फ दिखावा बताया जा रहा है. जानकार बताते हैं कि पुलिस जब चाहेगी प्रदीप यादव को अरेस्ट कर सकती है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. खास बात है कि ईटीवी भारत की टीम ने पोड़ैयाहाट से जेवीएम विधायक प्रदीप यादव के सरकारी नंबर पर फोन कर उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताया गया.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान जीवीएम की एक नेत्री ने प्रदीप यादव पर यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था. इसी मामले में चुनाव के नतीजे आने के बाद पार्टी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रदीप यादव को जेवीएम के केंद्रीय महासचिव के पद से हटा दिया था.