जमशेदपुर: तेज रफ्तार वाहन चालकों के गति पर अंकुश लगाने के लिए सरकार नए-नए तरीके आपना रही है. इसी क्रम में नशे में गाड़ी चलाने वालों को पकड़ने के लिए इंटरसेप्टर गाड़ी दी गई है. जिससे यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों पर कार्रवाई हो सके. लेकिन लापरवाही के कारण यह वाहन थानों की शोभा बढ़ा रहा है.
6 महीने पहले मंगाई गई थी इंटरसेप्टर गाड़ी, अब थाने की बढ़ा रही शोभा
जिला पुलिस के कार्य में आसानी के लिए सरकार ने 6 महीने पहले इंटरसेप्टर गाड़ी मंगवाई थी. जो फिलहाल थानों की मात्र शोभा बढ़ा रही है.
इस वाहन के जरिए पुलिस ब्रेथ एनालाइजर की सहायता से नशे में वाहन चालकों को पकड़ती है साथ ही गाड़ी में लगे अत्याधुनिक कैमरे की सहायता से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर शिकंजा कसती है. सरकार ने 6 महीने पहले इंटरसेप्टर गाड़ी मंगवाई थी. ताकी इसमें लगे कैमरे की सहायता से 50 से ज्यादा की स्पीड में ड्राइवर कर रहे लोगों को पकड़ा जा सके. हालांकि जिले में अब तक इंटरसेप्टर गाड़ी की सहायता से एक भी गाड़ी नहीं पकड़ी गई है. जिसके कारण यह गाड़ी यातायात उपाधीक्षक के प्रांगण की शोभा बढ़ा रही है.
बता दें कि इंटरसेप्टर गाड़ी का चालक अभी तक नियुक्त नहीं किया गया है. हालांकि जवान से पूछने पर बताया गया कि गाड़ी के बारे में सब कुछ जानकारी है. पिछले कुछ दिनों पहले दिल्ली से आए तकनीकी ज्ञाता ने इंटरसेप्टर गाड़ी के बारे में सभी जानकारियां दी थी. हालांकि इसके बाद कोई भी कर्मचारी नियुक्त नहीं किया गया है. जिसके कारण यह गाड़ी यातायात उपाधीक्षक के प्रांगण की शोभा बढ़ा रही है.