रांची: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में दो कारोबारी अग्रवाल ब्रदर्स की गोली मारकर हत्या की गई थी. मामले के मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी के दो अंगरक्षक सुनील सिंह और धर्मेंद्र तिवारी को पुलिस ने चार दिनों के लिए रिमांड पर लिया है. जिसके बाद दोनों से पूछताछ की जा रही है. घटना में इस्तेमाल की गई हथियार की बरामदगी के लिए देर रात तक छापेमारी की गई.
सूत्रों के अनुसार घटना में प्रयुक्त हथियार को पुलिस ने बरामद कर लिया है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. रिमांड पर लेने के बाद सुनील से पूछताछ में बताया कि पहली गोली एमके सिंह ने डराने के लिए मारी थी. जिसके बाद पहले महेंद्र को गोली मारी गई बाद में धर्मेंद्र तिवारी ने हेमंत को गोली मारकर हत्या कर दी. धर्मेंद्र से भी पुलिस अलग से पूछताछ कर रही है. इसके अलावा लोकेश के ठिकानों का पता लगाया जा रहा है.
पूरी घटना का हुआ खुलासा
पुलिस की पूछताछ में सुनील ने बताया कि बीते छह मार्च की शाम निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में लोकेश के बुलावे पर दोनों अग्रवाल बंधु पहुंचे थे. वे लोकेश को देने के लिए 25 लाख रूपए नगद लेकर पहुंचे थे. पैसा लेन-देन की बात चल रही थी, इसबीच वहां लोकेश का मित्र मेधावी कल्पतरू सिंह उर्फ एमके सिंह लोकेश के एक अन्य अंगरक्षक धर्मेंद्र कुमार तिवारी के साथ आइबी अधिकारी बनकर पहुंचा. धर्मेंद्र के पास प्वाइंट 315 बोर की बंदूक थी. एमके सिंह और धर्मेंद्र ने कहा कि सारे पैसे जब्त कर लिए गए हैं. पूरा पैसा हमारे हवाले कर दो. इतने में दोनों अग्रवाल बंधु अपने पैसे समेटने लगे.