रांची: प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी ने प्रमुख विपक्षी दल जेएमएम के कार्यवाहक अध्यक्ष और हेमंत सोरेन को एक जमीन खरीद के मामले में कटघरे में खड़ा किया है. पार्टी ने साफ किया कि सोरेन ने गलत तरीके से अपनी पत्नी के नाम पर रांची के रिहायशी हरमू में जमीन खरीदी है.
बीजेपी का आरोप है कि हेमंत की खरीदी गई जमीन पर एक बैंक्वेट हॉल भी है. बीजेपी के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य और पार्टी के विधायक शिव शंकर उरांव ने बुधवार को कहा कि सोरेन खुद रामगढ़ के निवासी हैं तब ऐसे में उनकी पत्नी ने रांची में जमीन कैसे खरीदी. उन्होंने कहा कि छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट आदिवासी समुदाय के व्यक्ति को जमीन खरीद बिक्री का अधिकार देता है बशर्ते कि खरीदने और बेचने वाले के थाना क्षेत्र के निवासी हूं.
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शिवशंकर उरांव कहा कि सोरेन ने एक्ट का उल्लंघन किया है और कानून सबके लिए बराबर है. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे मामलों में कानून सम्मत कार्रवाई करेगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ किया कि यह मामला राजनीति से प्रेरित नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रक्रिया अपने हिसाब से होती है. यही वजह है कि अब उनके खिलाफ कार्रवाई की बात सामने आ रही है. बीजेपी नेता ने कहा कि सोरेन का पूरा परिवार लगभग 500 करोड़ रुपए की संपत्ति का मालिक है और उसे इसका हिसाब देना चाहिए.
सिसई विधायक ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा एक तरफ जल, जंगल और जमीन की बात करता है दूसरी तरफ वही आदिवासियों की जमीन गलत तरीके से खरीद बिक्री में संलिप्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार जिस राजू उरांव से जमीन खरीदी गई उसे भी बाजार दर से पैसे का भुगतान नहीं किया गया है. इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश एसटी मोर्चा के उपाध्यक्ष अशोक बड़ाइक भी मौजूद थे.