रांची/पूर्णिया: नक्सलियों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. यही वजह है कि पिछले दिनों कुख्यात नक्सली सुधाकरण ने सरेंडर कर दिया था. ताजा मामले में पुलिस ने नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार अपराधियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
पुलिस के मुताबिक, झारखंड के नक्सलियों और उग्रवादियों को मुकेश सिंह बुलेटप्रूफ जैकेट और एके-47 समेत कई अत्याधुनिक हथियारों की सप्लाई करता था. मुकेश को पुलिस ने लातेहार से गिरफ्तार किया गया था. वहीं, त्रिपुरारी सिंह को रांची से और मुकेश गुप्ता को नगालैंड के दीमापुर गिरफ्तार किया गया है.
AK-47 की कीमत 8 लाख 50 हजार
पुलिस की पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया कि इनके द्वारा जो हथियार सप्लाई किए जाते थे उसका लाइसेंस भी नागालैंड से फर्जी बनाया जाता था. जिसके एवज में इन लोगों को 1 लाख 20 हजार रुपये मिलते थे. पूछताछ के दौरान मुकेश सिंह ने बताया कि नगालैंड से हथियार और बुलेटप्रूफ जैकेट लाकर उग्रवादियों और नक्सलियों को बेचते थे. मुकेश के मुताबिक एक एक AK-47 8 लाख 50 हजार रुपये में और एक बुलेटप्रूफ जैकेट दो लाख रुपए में बेचते थे. गिरफ्तार मुकेश सिंह का कहना है कि पैसों की लेनदेन हवाला के जरिये पैसों का लेन-देन होता था.
कैसे हुआ खुलासा
पूर्णिया पुलिस का कहना है कि उन्होंने वाहन चेकिंग के दौरान एक बिना नंबर के वाहन से 1 रायफल, एक 32 बोर का पिस्टल, 04 बुलेट प्रूफ जैकेट, 15 राउंड गोलियों के साथ 05 मोबाइल और एक पासबुक के अलावा कैश भी बरामद किए थे. इन हाथियारों के साथ एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया जिससे पूछताछ के दौरान उसने गैंग के 3 सदस्यों का नाम बता दिया. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी की और अलग-अलग जगहों से तीनों को गिरफ्तार कर लिया. पूर्णिया के एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि हथियार और गोलियां नागालैंड से बिहार और झारखंड के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों को पहुंचाया जाता था.