रांची: दो बार कार्यक्रम रद्द होने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तीसरी बार मंगलवार को गोड्डा आ रहे हैं. यहां वे संताल परगना में पड़नेवाले लोकसभा इलाकों के शक्ति केंद्रों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद करेंगे. 14 लोकसभा सीट को पांच अलग-अलग क्लस्टर में बांटा गया है. इसमें से चार क्लस्टर में शक्ति केंद्रों का सम्मेलन हो चुका है.
बता दें कि मंगलवार को पांचवें और आखिरी क्लस्टर संताल परगना के शक्ति केंद्र के प्रतिनिधियों का सम्मेलन होना है. जिसमें संथाल के 3 लोकसभा क्षेत्र दुमका, गोड्डा और राजमहल को लेकर स्ट्रेटजी तय की जाएगी. दरअसल, इससे पहले शाह का एक बार दौरा स्वाइन फ्लू हो जाने की वजह से और दूसरा दौरा पुलवामा में आतंकी हमला हो जाने की वजह से रद्द हो गया था.
क्यों आ रहे हैं गोड्डा ?
पार्टी की मानें तो सरकार के साथ-साथ बीजेपी का पूरा फोकस फिलहाल संताल परगना पर है. मौजूदा आंकड़ों को देखें तो राज्य की 14 में से 12 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. जबकि 2 सीटें दुमका और राजमहल पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का कब्जा है. वहीं, विधानसभा सीटों की तरफ देखें तो कुल 18 में से 7 विधानसभा सीटें बीजेपी के पास है.
प्रमुख विपक्षी दल JMM का गढ़ है संताल
इतना ही नहीं यह इलाका प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ भी माना जाता है. जिसे भेदने के लिए पार्टी स्ट्रेटजी बना रही है, पार्टी के नेताओं का मानना है कि संथाल की दोनों लोकसभा सीटों पर मजबूती के लिए वहां के कार्यकर्ताओं को और एक्टिव करने की जरूरत है.
मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में संथाल परगना इलाके को देखें तो मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत 11 सदस्यों के मंत्रिमंडल में तीन मंत्री संताल परगना से आते हैं. जिनमें कृषि मंत्री रणधीर सिंह, श्रम मंत्री राज परिवार और समाज कल्याण मंत्री लुईस मरांडी शामिल हैं. जबकि इलाके की गोड्डा लोकसभा सीट पर बीजेपी में दिल्ली तक अपनी पहुंच रखने रखने वाले सांसद निशिकांत दुबे का कब्जा है.