रांची: सरकार के खिलाफ कथित रूप से पत्थलगड़ी आंदोलन से प्रभावित हुए प्रदेश के खूंटी जिला के कुछ युवा रोजगार पाकर दुबई जाने की कतार में हैं. नक्सल प्रभावित खूंटी के अलावा उनके साथ सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, गढ़वा समेत अन्य जिलों के युवा भी इस महीने के अंत तक दुबई की अलग-अलग कंपनियों में नौकरी करने जा रहे हैं.
दरअसल, राज्य सरकार के कल्याण विभाग द्वारा प्रेजा फाउंडेशन के तहत दी गई ट्रेनिंग के बाद लगभग 69 युवाओं को दुबई की डालसको नामक कंपनी में नौकरी मिली है. इन युवाओं को शनिवार को कंपनी के प्रतिनिधियों के समक्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अप्वाइंटमेंट लेटर बांटा.
राजधानी रांची के कांके इलाके में प्रेजा फाउंडेशन के कल्याण गुरुकुल में डेढ़ से दो महीने की ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को मिनिमम 24 हजार रुपये महीने मिलेंगे. फाउंडेशन के तरुण शुक्ला ने बताया कि इन युवकों को कंपनी की तरफ से अन्य सुविधाएं दी जाएंगी. उन्होंने बताया कि कंस्ट्रक्शन के व्यवसाय में लगी कंपनी ने इन्हें हायर किया है. इनमें से 15 लोगों को प्लंबर , 8 को इलेक्ट्रीशियन, 36 को बार बेंडिंग समेत अन्य को ट्रेड में नौकरी मिली है. यह कल्याण गुरुकुल का तीसरा बैच है.
सरायकेला खरसावां के विनीत टूटी ने कहा कि वो पहली बार झारखण्ड से बाहर जा रहे हैं. वहीं खूंटी के दीपक टोपनो ने बताया कि पत्थलगड़ी की वजह से उनका इलाका काफी चर्चा में रहा लेकिन अब वह विदेश जाकर नौकरी करेंगे और अपने इलाके की तस्वीर बदलेंगे.