क्या कहते हैं परिजन और डॉक्टर बोकारोः पेटरवार प्रखंड के जगुडीह गांव के धवईगजार टोला के एक महिला को वैद्य द्वारा दिए गए जड़ी बूटी खाना महंगा पड़ा. जड़ी-बूटी खाने से महिला की मौत हो गई है. इसके साथ ही महिला के पति और जड़ी बूटी बनाने वाले दो वैद्यों की स्थिति गंभीर है. बताया जा रहा है कि बीमार महिला और उसके पति को भरोसा दिलाने के लिए दोनों वैद्यों ने दवा खाया. इसके बाद वैद्यों की भी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई.
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मरीज और दोनों वैद्य की तबीयत बिगड़ी तो स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में बोकारो सदर अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. वहीं वैद्य और महिला के पति का इलाज चल रहा है. मिली जानकारी के अनुसार दोनों वैद्य की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
जगुडीह गांव के रहने वाले लघनु बेदिया और राधेश्याम सोरेन खुद को वैद्य बताकर जड़ी-बूटी की मदद से मरीजों का इलाज करते हैं. इन दोनों वैद्य के पास धवईगजार टोला के रहने वाले रामचरण मांझी अपनी पत्नी उपासी देवी को लेकर गठिया के इलाज कराने पहुंचे. दोनों वैद्य ने महिला मरीज को जड़ी बूटी से बने दवा खिलाया. इसके बाद उसे उल्टी होने लगी. दोनों वैद्यों ने रामचरण मांझी को भी जड़ी-बूटी के फायदे बताकर दवा खिलाने का प्रयास किया तो रामचरण दवा खाने से इंकार कर दिया. इसके बाद दोनों वैद्य ने पहले खुद दवा खाया. दोनों वैद्य को दवा खाते देख रामचरण मांझी ने भी दवा खा लिया.
दवा खाने के आधे घंटे बाद तबीयत बिगड़ने लगी. दोनों वैद्य के साथ साथ रामचरण को उल्टी होने लगी. आनन-फानन में दोनों वैद्यों को सीएचसी पेटरवार में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि महिला के पति के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.